डॉ. मनोरमा ढौंडियाल और डॉ. ललन बुड़ाकोटी को मिला साहित्यांचल रत्न सम्मान
साहित्यिक संस्था साहित्यांचल की ओर से सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए डॉ. मनोरामा ढाैंडियाल और डाॅ. ललन बड़ाकोटी को साहित्यांचल रक्न सम्मान से सम्मानित किया गया।
बुधवार को नजीबाबाद रोड स्थित चंद्रज्योति कुंज में आयोजित समारोह का कार्यक्रम अध्यक्ष जनार्दन बुडाकोटी, प्रो. नंदकिशोर ढौंडियाल, चक्रधर शर्मा, योगेश पांथरी और अशोक निर्दोष ने उद्घाटन किया। सदस्य शशिभूषण अमोली ने सरस्वती वंदना और कौशल्या जखमोला ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
साहित्यकार वेद प्रकाश माहेश्वरी के 82 वर्ष में प्रवेश करने पर उनका अभिनंदन किया गया। रंगकर्मी अनुसूया प्रसाद डंगवाल, डॉ. रणवीर सिंह चौहान, मंजुल ढौंडियाल और बीना मित्तल ने पेंटिंग प्रदर्शनी लगाई।
समारोह में संस्था के निवर्तमान महासचिव मयंक प्रकाश कोठारी, डॉ. पीसी जोशी, प्रवेश नवानी, सुरेंद्र लाल आर्य, मोहिनी नौटियाल, माधवी रावत, प्रेम बलोदी, डॉ. अशोक गिरी, डॉ. चंद्रमोहन बड़थ्वाल, एसएन नौटियाल आदि मौजूद रहे। संचालन चंद्रप्रकाश नैथानी ने किया