SAFF Championship: आठ बार का चैंपियन भारत अपने 13वें फाइनल में प्रवेश की दहलीज पर, सेमीफाइनल में लेबनान से मैच
भारतीय टीम सैफ फुटबॉल टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में शनिवार को जब लेबनान की मजबूत टीम के खिलाफ मैदान में उतरेगी जो उसे अपने करिश्माई कप्तान से एक और दमदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी। गत चैंपियन भारत ने ग्रुप ए से कुवैत के बाद दूसरे स्थान पर रहते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया, जबकि लेबनान ने ग्रुप ए में शीर्ष पर रहते हुए अंतिम-चार चरण का टिकट पक्का किया। आठ बार की चैंपियन टीम चार बार उपविजेता रही है और एक बार तीसरे स्थान पर रही है। भारतीय टीम अपने 13वें फाइनल में प्रवेश करने से एक जीत दूर है।
सुनील छेत्री शानदार लय में हैं और वह तीन मैचों में पांच गोल के साथ टूर्नामेंट की तालिका में शीर्ष पर है। इसमें पाकिस्तान के खिलाफ गोल की हैट्रिक भी शामिल है। कुवैत के खिलाफ आखिरी लीग मुकाबले में छेत्री ने शानदार तरीके से गोल कर यह साबित किया कि वह अब भी अपने खेल के शीर्ष पर हैं। लेबनान के खिलाफ चुनौती से पार बनाने के लिए छेत्री को एक बार फिर से अपना दमखम दिखाना होगा। सहल अब्दुल समद, महेश सिंह और उदांता सिंह जैसे खिलाड़ियों को अपने कप्तान का साथ देने के लिए आगे आना होगा। इन सभी ने टूर्नामेंट में अच्छे से अपनी भूमिका निभाई है लेकिन छेत्री के अलावा केवल उदांता और महेश ही टीम के लिए गोल करने में सफल रहे है
लेबनान जैसी मजबूत टीम के खिलाफ भारत के लिए छेत्री पर निर्भरता घातक हो सकती है। टीम को रक्षापंक्ति से अपने दमदार खेल को जारी रखने की उम्मीद होगी। टीम ने पिछले नौ मैचों में सिर्फ एक गोल गंवाया है और वह भी कुवैत के खिलाफ आत्मघाती गोल था। भारतीय टीम का मनोबल हालांकि बढ़ा हुआ होगा। लेबनान के खिलाफ उसके दो हालिया मुकाबलों में सकारात्मक परिणाम मिले। भारत ने इस महीने की शुरुआत में ओडिशा में इंटरकाॅन्टिनेंटल कप के लीग मैच में लेबनान को गोलरहित ड्रॉ पर रोका और टूर्नामेंट के फाइनल में उसे 2-0 से हराया। फुटबॉल की प्रतिस्पर्धी दुनिया में पिछले मैचों के रिकॉर्ड ज्यादा मायने नहीं रखते
भारत इस मध्य एशियाई प्रतिद्वंद्वी को हराने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। लेबनान ने ग्रुप चरण में भूटान, मालदीव और बांग्लादेश को हराकर सेमीफाइनल का टिकट कटाया। वहीं भारत को पाकिस्तान के खिलाफ अपेक्षाकृत आसान मुकाबले के बाद नेपाल और कुवैत से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम को एक बार फिर से मुख्य कोच इगोर स्टिमैक की सेवाएं नहीं मिलेंगी। कुवैत के खिलाफ मैच के दौरान क्रोएशिया के इस पूर्व खिलाड़ी को टूर्नामेंट के दौरान दूसरी बार रेड कार्ड दिखाया गया था।