विराट कोहली: 500वें मैच में शतक के बाद कोहली का बयान- चुनौतियों का सामना करने को लेकर उत्साहित हो जाता हूं
भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 500 मैच पूरे कर लिए हैं। अपने 500वें मैच में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना 29वां शतक लगाया। शतकीय पारी खेलने के बाद कोहली ने कहा कि जब वह विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हैं तो खुद को उत्साहित महसूस करते हैं और वह वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में यह शतक लगाकर संतुष्ट हैं। 34 वर्षीय कोहली ने शुक्रवार को 121 रन की पारी खेलकर सर डॉन ब्रैडमैन के 29 टेस्ट शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी की। कोहली के शतक के दम पर भारत ने अपनी पहली पारी में 438 रन बनाए। यह पिछले पांच वर्षों में विदेशी जमीन में उनका पहला अंतरराष्ट्रीय शतक है। उन्होंने विदेश में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक 2018 में बनाया था।
कोहली ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा,‘‘मैंने वास्तव में इस पारी का पूरा आनंद लिया। मैं अच्छी लय में था और मैं इसे बनाए रखना चाहता था। मैंने जब क्रीज पर कदम रखा तो वह चुनौतीपूर्ण समय था। ऐसे मौकों पर जबकि मुझे चुनौतियों का सामना करना होता है तो मैं उत्साहित महसूस करता हूं। मुझे धैर्य बनाए रखने की जरूरत थी, क्योंकि आउटफील्ड धीमी थी। यह बेहद संतोषजनक है क्योंकि मुझे कड़ी मेहनत करनी पड़ी।’’
यह कोहली का 500 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 76वां शतक है। उन्होंने पहले 500 मैचों में 75 अंतरराष्ट्रीय शतकों के सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
कोहली ने कहा,‘‘सबसे पहले तो मैं इस बात का आभारी हूं कि मुझे भारत की तरफ से 500 मैच खेलने को मिले। मैंने विदेशों में 15 शतक लगाए हैं। मैंने भारत की तुलना में विदेशी धरती पर अधिक शतक लगाए हैं। इसके अलावा मैंने कुछ अर्धशतक भी जमाए हैं। मुझे बस इस पर ध्यान केंद्रित करना है कि मुझे टीम के लिए क्या करना है। मैं टीम की जीत में अपना योगदान देने का प्रयास करता हूं। जब टीम को मेरी जरूरत होती है तब यह आंकड़े और उपलब्धियां बहुत मायने रखते हैं। यह मेरे लिए विशेष मौका है। मैं टेस्ट मैच की इससे बेहतर शुरुआत की उम्मीद नहीं कर सकता।’’
दुनिया के सबसे फिट क्रिकेटरों में से एक कोहली ने अपनी फिटनेस के बारे में कहा,‘‘मैं अपना पूरा ध्यान रखता हूं। अभ्यास, नींद, आराम और अपने आहार का पूरा ध्यान देता हूं। एक रन को दो रन में बदलना मेरे लिए आसान काम है। इससे मुझे दबाव मुक्त रहने में मदद मिलती है। अच्छी फिटनेस से मुझे सभी प्रारूपों में खेलने में मदद मिलती है