Fri. Nov 22nd, 2024

एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी आज से, भारत की पहली टक्कर चीन से, एशियाई खेलों की तैयारियों का मौका

खिताब की प्रबल दावेदार और तीन बार की चैंपियन भारतीय टीम यहां बृहस्पतिवार से शुरू हो रही एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के जरिये एशियाई खेलों की अपनी तैयारी पुख्ता करने के इरादे से उतरेगी। विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज भारत टूर्नामेंट की सर्वोच्च रैंकिंग वाली टीम है और यहां मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम पर चीन के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगी।

भारत 2011 के बाद पहली बार एसीटी की मेजबानी कर रहा है। भारतीय टीम का मकसद अपने खिलाड़ियों को आजमाना और एशियाई प्रतिद्वंद्वियों का आकलन करना होगा। एशियाई खेल चीन के हांगझोऊ में 23 सितंबर से आठ अक्तूबर के बीच खेले जाएंगे। एशियाई खेलों के जरिये पेरिस ओलंपिक का सीधे टिकट मिलेगा लिहाजा भारतीय टीम एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी को हल्के में नहीं लेगी।
इसके साथ ही खिलाड़ियों को एशियाई खेलों के लिए तरोताजा और चोटमुक्त भी रखना होगा। एशियाई खेलों से महज पांच सप्ताह पहले एसीटी के आयोजन पर टीमों ने ऐतराज जताया है लेकिन भारत के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने कहा, ‘आपको मैच अभ्यास चाहिए और इसलिए खेलना जरूरी है। अच्छी बात यह है कि इसका आयोजन भारत में ही हो रहा है।’
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा है कि उनकी टीम के लिए एशियाई खेल प्राथमिकता हैं। टीम अपनी तरकश के सारे तीर नहीं निकालेगी। टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम इस साल भुवनेश्वर और राउरकेला में हुए विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। भारतीय टीम विश्व कप में नौवें स्थान पर रही जिसके बाद से उसने 16 मैच खेलकर नौ जीते, पांच गंवाए और दो ड्रॉ खेले।
भारत चार देशों के यूरोप दौरे से लौटकर इसमें भाग ले रहा है। स्पेन के खिलाफ उसका आखिरी मैच तीन दिन पहले ही हुआ है और यहां विपरीत हालात में उसे एसीटी में चीन के खिलाफ पहला मैच खेलना है। भारतीय टीम को अपने पेनल्टी कॉर्नर पर खास ध्यान देना होगा। हरमनप्रीत, वरुण कुमार, अमित रोहिदास और जुगराज सिंह जैसे ड्रैग फ्लिकरों के होते हुए भारत का पेनल्टी कॉर्नर तब्दीली का औसत बहुत खराब रहा है। कोच फुल्टन ने हालांकि कहा , ‘ हमारे पास विश्व स्तरीय पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ हैं। विरोधी टीमों को भी इसका पता है और वे पेनॉल्टी कॉर्नर गंवाने से बचने पर फोकस करती है। हम पेनल्टी कॉर्नर बनाने और उन्हें भुनाने पर फोकस करेंगे। प्रदर्शन में सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है।’
एसीटी में भारत ने 2011, 2016 में खिताब जीता और 2018 में फाइनल बारिश में धुलने के कारण पाकिस्तान के साथ संयुक्त विजेता रही। भारत ने 2012 में रजत और 2021 में कांस्य पदक जीता था। दूसरी ओर चीन का यह इस साल का पहला प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट है। पहले दिन अन्य मैचों में पाकिस्तान का सामना मलेशिया से और दक्षिण कोरिया का जापान से होगा। भारतीय कोच क्रेग फुल्टन ने कहा, ‘हम सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पक्ष देख रहे हैं। हमें अतिरिक्त खिलाड़ियों को भी देखना होगा क्योंकि चोट किसी भी टीम या खिलाड़ी के लिए अच्छी नहीं होती।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *