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बजट डंप करने पर 127 शिक्षकों का वेतन रोका

रुद्रपुर। समग्र शिक्षा अभियान का समय पर बजट जारी होने के बाद बावजूद खर्च न करना प्रधानाध्यापकों और प्रधानाचार्यों को महंगा पड़ गया। उनकी इस लापरवाही से सैकड़ों स्कूली बच्चे सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रहे। इस लापरवाही की गंभीरता को देखते हुए सीईओ ने जिले के 127 प्रधानाध्यापकों व प्रधानाचार्यों का वेतन रोक दिया।
समग्र शिक्षा अभियान के तहत जिले के 1109 राजकीय स्कूल को वर्ष 2023-24 का बजट दिया गया था। इस बजट से खेल का सामान, इको क्लब का गठन, बच्चों की ड्रेस, स्टेशनरी आदि खरीदनी थी, लेकिन इनमें से 127 स्कूल ऐसे पाए गए, जिन्होंने बजट से एक पैसा भी खर्च नहीं किया। इसमें पांच प्राथमिक, 52 उच्च प्राथमिक स्कूल, 34 उच्च प्राथमिक और 36 इंटर कॉलेज शामिल हैं। सीईओ रमेश चंद्र आर्या ने बताया कि इस लापरवाही के चलते छात्र-छात्राओं को सरकार की ओर चलाई जा रही योजना का लाभ नहीं मिल पाया। इन स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और प्रधानाचार्यों का अगस्त का वेतन रोक दिया है। सीईओ ने बताया कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत के 1109 स्कूलों को 50 हजार से लेकर दो लाख रुपये तक का बजट जारी किया था, लेकिन इनमें से 982 स्कूलों के कुछ प्रधानाध्यापक व प्रधानाचार्य ने पूरा तो कुछ आधे से अधिक बजट खर्च कर दिया था। लेकिन 127 स्कूल के प्रधानाध्यापकों व प्रधानाचार्यों ने शून्य बजट खर्च किया

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