पहली बार क्रिकेट मैदान पर 10 खिलाड़ियों के साथ खेली टीम, फुटबॉल का यह नियम बना बड़ी वजह
क्रिकेट मैदान पर किसी फैन ने यह कल्पना नहीं की थी कि उसे फुटबॉल की तरह एक नियम इस खेल में भी लागू होते देखने का मौका मिलेगा. फुटबॉल में मैच के दौरान प्लेयर्स को उनके खराब व्यवहार के लिए 2 तरह के कार्ड का सामना करना पड़ता है, जिसमें रेड कार्ड और यलो कार्ड शामिल है. उसी तरह क्रिकेट में भी पहली बार रेड कार्ड का इस्तेमाल किया गया जिसमें इसका पहली बार सामना सुनील नारायण को करना पड़ा.
कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) के मौजूदा सीजन में रेड कार्ड के नियम को लागू किया गया है. दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी कायरन पोलार्ड की कप्तानी में खेल रही ट्रिबैंगो नाइट राइडर्स ने सेंट किट्स एंड नेविस प्रिटोरियस के खिलाफ तय समय पर 20 ओवर नहीं फेंके थे. इसके बाद 19 ओवरों का खेल खत्म होते ही उन्हें रेड कार्ड का सामना करना पड़ा. ऐसे में ट्रिबैंगो टीम के कप्तान पोलार्ड ने सुनील नारायण को मैदान से बाहर जाने का इशारा किया.
ट्रिबैंगो की टीम को पारी के आखिरी ओवर में 10 खिलाड़ियों के मैदान पर खेलना पड़ा. सीपीएल के इस सीजन में यह तय समय पर यदि कोई टीम अपने 20 ओवरों को खत्म नहीं कर पाती है तो उसे रेड कार्ड का सामना करना पड़ेगा. अभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट या अन्य लीग्स में तय समय पर ओवर नहीं पूरे होने पर टीम को एक अतिरिक्त प्लेयर 30 गज की सीमा के अंदर रखना पड़ा है. इस मुकाबले को लेकर बात की जाए तो ट्रिबैंगो नाइट राइडर्स की टीम ने सेंट किट्स एंड नेविस प्रिटोरियस की टीम को 6 विकेट से मात देते हुए शानदार जीत दर्ज की. 179 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही ट्रिबैंगो की टीम ने सिर्फ 17.1 ओवरों में यह टारगेट हासिल कर लिया. टीम की तरफ से निकोलस पूरन ने सिर्फ 32 गेंदों में 61 रनों की विस्फोटक पारी खेली. वहीं आंद्रे रसल 23 और कप्तान पोलार्ड ने भी 37 रनों की पारी खेली. ट्रिबैंगो की टीम अभी पॉइंट्स टेबल में 3 अंकों के साथ चौथे स्थान पर मौजूद है