आपदा प्रभावित उद्यान निरीक्षक को मिला बेस अस्पताल में जीवनदान
मेडिकल कालेज श्रीनगर के बेस अस्पताल में जोशीमठ क्षेत्र के पगनों गांव में आपदा निरीक्षण के दौरान मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हुए उद्यान निरीक्षक को जीवनदान मिल गया है। बदरीनाथ हाईवे पागल नाला में बंद होने पर किसी तरह एसडीआरएफ की टीम की मदद से गंभीर रूप से घायल को बेस अस्पताल श्रीकोट लाया गया था।
उनके लीवर व अन्य आंतरिक पार्ट पर चोट लगने के कारण काफी खून बह चुका था और हीमोग्लोबिन पांच जी/डीएल हो गया था, लेकिन बेस अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों की टीम ने त्वरित मरीज पर खून चढ़ाने के साथ ही उपचार शुरू कर सफल उपचार किया। बेस अस्पताल के सर्जरी विभाग में बीते 25 अगस्त को सीएचसी जोशीमठ से रेफर होकर आए उद्यान निरीक्षक सोमेश भंडारी की हालत काफी नाजुक थी। सर्जरी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मण यादव ने बताया कि अब मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गया है, मरीज अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
सोमेश की मां बीना भंडारी व पिता सिकंदर भंडारी ने बताया कि बेटा पगनों गांव में आई आपदा का निरीक्षण करने गया था। वहां निरीक्षण के दौरान वह दलदल में फंस गया। इसी दौरान एक बड़ा पत्थर उसके सिर पर गिरा। गनीमत रही कि वह बच गया। साथ निरीक्षण व स्थानीय लोगों की मदद से सोमेश को दलदल से निकालकर सेना अस्पताल जोशीमठ में भर्ती कराया गया था। यहां अल्ट्रासाउंड किया तो डॉक्टरों ने जल्द हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी।
बताया कि किसी तरह से एसडीएम जोशीमठ कुमकुम जोशी और एसडीआरएफ की टीम के मदद से जोशीमठ पागलनाला बंद होने से बेटे को स्ट्रेचर के माध्यम से सड़क पार कराई तब एंबुलेंस के माध्यम से बेस अस्पताल श्रीकोट लाए। उन्होंने कहा कि यहां के सर्जरी विभाग के डॉक्टर द्वारा बेहतर इलाज और त्वरित कार्रवाई करते हुए उनके बेटे का सफल इलाज किया। बेस अस्पताल के अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरिंदर सिंह ने सर्जरी विभाग के डॉक्टर द्वारा मरीज का सफलता पूर्वक इलाज करने की सराहना की