चंपावत जिले में ढाई साल चलेगा नव साक्षरता कार्यक्रम
चंपावत। जिले के ग्रामीण और शहरी निकाय क्षेत्रों में सर्वे के बाद 15 वर्ष से अधिक उम्र के 1,650 निरक्षरों को चिह्नित किया गया है। इन लोगों को एक साल में 120 घंटे पढ़ाई कराई जाएगी। इसके लिए जिले में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसका लक्ष्य अगले ढाई साल में पूरा हो जाएगा। घर-घर जाकर साक्षर करने वाला यह कार्यक्रम पूरी तरह से स्वयंसेवी आधार पर चलाया जा रहा है।
वर्ष 2021 से शुरू नवभारत साक्षरता कार्यक्रम केंद्र पोषित योजना है। इसके तहत पढ़ना-लिखना अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश के पांच जिले चंपावत, ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार, टिहरी, उत्तरकाशी में संचालित इस कार्यक्रम को मार्च 2026 तक पूरा किया जाना है। इसमें प्राथमिक साक्षरता, अंकज्ञान, जीवन कौशल, बुनियादी शिक्षा, व्यावसायिक कौशल और सतत शिक्षा का आकलन किया जाएगा।
पढ़ना-लिखना अभियान के तहत 15 साल से अधिक उम्र के 1,650 लोगों को छात्र-छात्राओं और स्वयंसेवकों ने चिह्नित किया है। दूसरे चरण में उन्हें साक्षर किया जाएगा। साक्षरता सामग्री की उपलब्धता के बाद घर-घर जाकर पढ़ाई कराई जाएगी। – आरसी पुरोहित, सीईओ, चंपावत