नगर पालिका मुनि की रेती ढालवाला, नगर पालिका नरेंद्रनगर और नगर पंचायत तपोवन के लोगों को लावारिस गोवंश की समस्या से निजात मिलेगी। नगर पंचायत तपोवन बडेरा गांव के समीप करीब 40 नाली भूमि पर एक कांजी हाउस बनाने की तैयारी कर रहा है। करीब ढाई करोड़ की लागत से बनने वाला कांजी हाउस का प्रस्ताव निकाय ने शासन को भेज दिया है। योजना परवान चढ़ी तो जल्द ही धरातल पर कार्य शुरू किया जाएगा।
नगर पंचायत तपोवन से बडेरा गांव की दूरी करीब छह किमी है। तपोवन, मुनि की रेती, और नरेंद्रनगर क्षेत्र में सड़कों पर घूम रहे लावारिस गो वंश स्थानीय लोगों के लिए परेशानी बने हुए हैं। निकाय क्षेत्र में गलियों और सड़कों पर घूम रहे लावारिस जानवरों से कई बार दुर्घटनाएं घटित हो चुकी हैं। कई बार यह लावारिस जानवर भी अज्ञात वाहनों की चपेट में आकर घायल और मर चुके हैं। कई बार तो लावारिस जानवरों के आपसी संघर्ष में राहगीर चोटिल हो रहे हैं। पर्यटक स्थल होने के कारण क्षेत्र में रोजाना सैकड़ों तादाद में देसी विदेशी पर्यटकों की आवाजाही बनी रहती है। सड़कों पर घूम रहे लावारिश जानवर क्षेत्र की छवि धूमिल कर रहे हैं। निकाय वाशिंदों को लावारिस जानवरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर पंचायत तपोवन ने बडेरा गांव में करीब पांच सौ जानवरों के रहने के लिए कांजी हाउस बनाने की योजना बनायी है। इसके लिए उन्होंने बडेरा गांव में करीब 40 नाली भूमि चयनित की है। इस कांजी हाउस में तीन निकाय मुनि की रेती, तपोवन और नरेंद्रनगर क्षेत्र में घूमने वाले लावारिश जानवरों को रखने की योजना है।बडेरा गांव के समीप निकाय की ओर से एक कांजी हाउस बनाने की योजना बनाई जा रही है। हाल में इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है। वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद धरातल पर निर्माण कार्य शुरू होगा।
-अनिल पंत, अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत तपोवन।