अपने ही देश में तालिबानी सजा के शिकार हुए थे बरुआसागर से जम्मू गए नवोदय के छात्र
झांसी के बरुआसागर से है, जहाँ के नवोदय विद्यालय के बीस छात्रों के साथ जम्मू कश्मीर के राजौरी में हुई बर्बरता के बाद राजौरी से छात्रों को वापिस बुलाकर उनके घर भेज दिया गया है, लेकिन जम्मू कश्मीर राजौरी से वापिस बरुआसागर लौटे नवोदय विद्यालय के छात्रों की आंखों में अभी भी खौंफ साफ नजर आ रहा है, आप बीती सुनकर सभी के रोंगटे खड़े हो गए, छात्रों ने अपने ऊपर हुई जो घटना की दास्तान सुनाई वह किसी तालिबानी सजा से कम ना थी।
कलावा बांधने और भगवान की फोटो लगाने पर होती थी मारपीट
शनिवार को कश्मीर के राजौरी से लौटकर वापिस लौटे नवोदय विद्यालय के छात्रों से बातचीत की तो अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि राजौरी के स्थानीय छात्रों द्वारा दुश्मन से भी बदतर सलूक किया गया, कलावा बांधने और कमरे में भगवान की फोटो लगाने पर हाथ तोड़ दिया गया, राजौरी के छात्रों ने अपने झूंठे बर्तन साफ कराए, और हद तो तब पार हो गई जब बरुआसागर के नवोदय विद्यालय के छात्रों से पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगवाए गए, छात्रों ने बताया की वह जम्मू कश्मीर की सुंदरता और वहा के रहन सहन को देखने के लिए गए थे, लेकिन कुछ ही दिनो में ये सुंदरता खौंफनाक मंजर के रूप में सामने दिखने लगी, सुबह की शुरुआत गालियों से होने लगी, पीड़ित छात्रों ने बताया उनका कसूर सिर्फ इतना था कि वहा के विद्यालय प्रशासन से छात्रों ने दीपावली की छुट्टी की गुजारिश की थी, बताया कि आज भी वो खौंफ उनके दिल और दिमाग से निकल नहीं पा रहा है और वह अभी भी भयभीत बने हुए हैं