नियमित कप्तान केन विलियम्सन और तेज गेंदबाज टिम साउदी के आने से न्यूजीलैंड का आक्रमण और मजबूत हुआ है। दोनों इंग्लैंड और नीदरलैंड के खिलाफ नहीं खेल सके थे और विलियम्सन की जगह टॉम लाथम ने कप्तानी की थी। चोट से ठीक होने के लंबे समय बाद विलियम्सन वापसी कर रहे हैं। एक समय ऐसा भी था कि जब यह लग रहा था कि न्यूजीलैंड के नियमित कप्तान विलियम्सन शायद ही विश्वकप में खेल सकेंगे। शीर्षक्रम के बल्लेबाजों विल यंग, डेवोन कॉन्वे और डेरिल मिचेल ने भी शानदार प्रदर्शन किया है।
वैसे एम ए चिदंबरम स्टेडियम की पिच पर न्यूजीलैंड को रनों की काफी जरूरत होगी क्योंकि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार को खेले गए मैच में पिच से टर्न मिल रही थी। ऐसे में स्पिनरों की भूमिका अहम हो सकती है। पिछले मैच में इंग्लैंड से हारने के बावजूद बांग्लादेश की ताकत उसके स्पिनर साबित हो सकते हैं। कप्तान शाकिब अल हसन, मेहदी हसन और मेहदी हसन मिराज ने दो मैचों में 11 विकेट लिए हैं। उनसे इस प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद होगी। न्यूजीलैंड के पास भी मिचेल सेंटनर हैं जो इस विश्वकप में सर्वाधिक सात विकेट ले चुके हैं।
बांग्लादेश को शाकिब और रहीम से रन की दरकार
बांग्लादेश को अपने सीनियर बल्लेबाजों शाकिब, मुशफिकुर रहीम, लिटन दास और नजमुल हसन शंटो से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। तेज गेंदबाजी में न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी है जिसके पास ट्रेंट बोल्ट, मैट हेनरी और लॉकी फर्ग्युसन जैसे गेंदबाज हैं। आईपीएल की वजह से उन्हें यहां के हालात की अच्छी जानकारी भी है।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग 11
बांग्लादेश: तंजिद हसन/महमुदुल्लाह, लिटन दास, नजमुल हसन शान्तो, शाकिब अल हसन (कप्तान), मेहदी हसन मिराज, मुश्फिकुर रहीम (विकेटकीपर), तौहिद हृदॉय, महेदी हसन, तस्किन अहमद, शोरिफुल इस्लाम, मुस्तफिजुर रहमान।
न्यूजीलैंड : केन विलियम्सन (कप्तान), टॉम लाथम (विकेटकीपर), डेवोन कॉन्वे, विल यंग, डेरिल मिशेल, ग्लेन फिलिप्स, रचिन रविंद्र, मिशेल सेंटनर, ईश सोढी/लॉकी फर्ग्युसन, ट्रेंट बोल्ट, मैट हेनरी।