यातायात सुधार को मोहल्ला स्तर पर करें संवाद : डीजीपी
त्योहारी सीजन को लेकर डीजीपी अशोक कुमार ने गंभीरता से प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राजधानी में यातायात सुधार के लिए मोहल्ला स्तर पर लोगों से संवाद करने को कहा है। ताकि, क्षेत्र विशेष में जनता की सहूलियतों को ध्यान में रखकर यातायात सुचारू किया जा सके। इसके अलावा सड़कों पर रूट जीरो जोन करने के बाद ट्रैफिक को सुचारू बनाने को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं। यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करने की जिम्मेदारी संबंधित थाना व चौकी प्रभारी की होगी।
डीजीपी अशोक कुमार ने ये निर्देश राजधानी के अफसरों के साथ बैठक में लिए। उन्होंने कहा कि त्योहारी सीजन में देहरादून शहर और आसपास के क्षेत्र में यातायात का दबाव बढ़ जाता है। वर्तमान में शहर में वाहनों का अधिक दबाव होने के कारण यातायात प्लान में बेहतर करने का समय है। इसके लिए जरूरी है कि स्थानीय जनता के सुझाव भी लिए जाएं। पुलिस को चाहिए कि वह मोहल्ला स्तर पर लोगों से संवाद करे। इसके साथ ही हाइवे व अन्य सड़कों के चौड़ीकरण के बाद परिवर्तित ड्यूटी प्वाइंट पर दोबारा दौरा किया जाए।
ट्रैफिक प्रेशर प्वाइंट पर ड्यूटी तैनात करें। बोटलनेक प्वाइंट को फिर से रिव्यू कर यातायात को निर्धारित किया जाए। धनतेरस व दीपावली पर्व के दौरान सतर्कता से ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए। त्योहारी सीजन से पहले नो एंट्री पर पुनर्विचार कर नो एंट्री जोन निर्धारित किए जाएं। डीजीपी ने कहा कि त्योहार के लिए जो प्लान बनेगा उसकी जानकारी समय से जनता को दी जाए। ताकि, उन्हें कोई परेशानी न हो।
डीजीपी ने राजधानी में चल रही पीपीपी मोड पर क्रेनों की एसओपी में सुधार करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए किसी भी गाड़ी को टो करने से पहले वहां पर अनाउंसमेंट किया जाए। इस काम को क्रेन में तैनात पुलिसकर्मी करें। सभी क्रेन को जीपीएस सिस्टम से जोड़ा जाए। ताकि, इनकी वास्तविक तैनाती का पता लगाया जा सके। डीजीपी ने ओवर स्पीडिंग, ड्रिंक-ड्राइविंग पर कार्रवाई तेज करने को भी कहा।
डीजीपी ने तीन ट्रैफिक जोन में नए क्षेत्रों को शामिल करने को भी कहा। उन्होंने प्रेमनगर में सेलाकुई, राजपुर में मसूरी डायवर्जन और हरिद्वार रोड के ट्रैफिक जोन में हर्रावाला को शामिल करने के निर्देश दिए। इन क्षेत्रों को शामिल करते हुए ही आगामी प्लान बनाए जाएं। इसके अलावा वेडिंग प्वाइंट संचालकों के साथ बैठक करने को भी कहा गया। ताकि, क्षेत्र में पार्किंग व्यवस्था को बनाए रखा जा सके।