छात्र-छात्राओं को दिया एनिमल एक्सपेरिमेंट का प्रशिक्षण
एम्स के फिजियोलॉजी विभाग की ओर से कैपेसिटी बिल्डिंग वर्कशॉप ऑन एनिमल एक्सपेरिमेंट टेक्निक फॉर मेडिकल रिसर्च कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य मेडिकल रिसर्च के लिए छोटे जीवों पर शोध करने से मेडिकल साइंस में शरीर की अनेक शारीरिक प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करना था। फिजियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. लतिका मोहन की देखरेख में आयोजित कार्यशाला में ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डाॅ. जयंती पंत और डाॅ. श्रीकांत की ओर से प्रतिभागियों को एनिमल एक्सपेरिमेंट का प्रशिक्षण दिया गया। मुख्य अतिथि स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राजेंद्र डोभाल ने एनिमल एक्सपेरिमेंट को मेडिकल रिसर्च का आधार बताया। उन्होंने फिजियोलॉजी विभाग को कार्यशाला के आयोजन के लिए बधाई दी। कार्यशाला में देश के ख्याति प्राप्त वैज्ञानिकों एवं चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया और अनुभवों को साझा किया। कार्यशाला में अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर चित्तूर के प्रो. एसबी देशपांडे, निम्हैन्स बंगलुरू के प्रो. बीएस शंकर नारायन राव, जिपमर पांडिचेरी की प्रो. पार्वती पाल व डिपास डीआरडीओ की डाॅ. हिमाद्रि पतिर ने व्याख्यान प्रस्तुत किए। जिसमें अपोलो इंस्टीट्यूट के प्रो. एसबी देशपांडे ने एनिमल एक्सपेरिमेंटल मॉडल्स के बारे में जानकारी दी। निम्हैंस के प्रो. बीएस शंकर नारायन राव ने मेडिकल रिसर्च में इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न स्टडी डिजाइन के बारे में अवगत कराया। प्रो. पार्वती पाल ने जीव जंतुओं पर परीक्षण करने के नियमों के बारे में जानकारी दी। डॉ. हिमाद्रि पातिर ने एनिमल हाउस के बारे में विस्तृत जानकारी दी।