आई-लीग में हेराफेरी के लिए खिलाड़ियों से किया गया संपर्क, चार क्लबों से जुड़े मामले की होगी जांच
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने बृहस्पतिवार को कहा कि कई आई लीग खिलाड़ियों से हाल ही में मैचों में हेराफेरी के लिए संपर्क किया गया। एआईएफएफ ने मामले की जांच का वादा किया है। एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे ने यह नहीं बताया कि उन्हें यह सूचना कैसे मिली, किन खिलाड़ियों से और किसने संपर्क किया लेकिन कहा कि महासंघ खेल में नैतिकता बना, रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने एक बयान में कहा , ‘हमें सूचना मिली है कि खिलाड़ियों से संपर्क किया गया। हम मामले की जांच करेंगे और जरूरी कदम उठाएंगे। हम इस खूबसूरत खेल और अपने खिलाड़ियों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस तरह का कोई प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जिससे खिलाड़ियों या खेल को खतरा हो।’
आईलीग 2023 सत्र अक्तूबर में शुरू हुआ और 13 टीमों की स्पर्धा में 40 से अधिक मैच हो चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, जो सूचना मिली है वो चार क्लबों से संबंधित है। हालांकि किसी क्लब या खिलाड़ियों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। संभवत: यह संपर्क सीजन की शुरुआत में किया गया। एआईएफएफ के इंटिग्रिटी अधिकारी जावेद सिराज मामले को देख रहे हैं। यह भी माना जा रहा है कि एआईएफएफ कुछ संदिग्ध मैचों को भी अपनी जांच के दायरे में लेगी।
भ्रष्टाचार की पहले ही चल रही है जांच
भारतीय फुटबॉल में भ्रष्टाचार की घटना नई नहीं है। 2018 में एआईएफएफ ने आधिकारिक तौर पर कहा था कि आईलीग में मिनर्वा पंजाब फुटबॉल क्लब के खिलाड़ियों से मैच फिक्सिंग के लिए संपर्क किए जाने की जांच चल रही है। पिछले साल नवंबर में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई ) ने देश में फुटबॉल मैचों में कथित मैच फिक्सिंग को लेकर प्रारंभिक जांच दर्ज की थी। इसमें सीबीआई ने विभिन्न फुटबॉल क्लबों के बारे में एआईएफएफ से दस्तावेज जमा किए थे।