उप-राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान 10 दिसम्बर से : सीएमएचओ डॉ. गजराज
बाड़मेर उप-राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान को लेकर जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र बाड़मेर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सी. एस. गजराज के निर्देशन में आरसीएचओ डॉ प्रीत मोहिंदर सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को बैठक हुई। सीएमएचओ डॉ गजराज ने बताया कि उप-राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत 10 दिसम्बर 2023 को सुबह 8 से सायं 5 बजे तक जिलेभर में प्रथम दिवस 119 बूथों पर पोलियो की दवा पिलाई जायेगी। अभियान के तहत 0-5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियोरोधी दवा पिलाई जाएगी। इसके लिए 119 बूथ बनाए जाएंगे।
इन बूथों पर 8 हजार 594 वेक्सीनेटर तथा उनके निरीक्षण के लिए 334 सुपरवाइजर लगाए गए है। भारत वर्ष 2014 में पोलियो मुक्त हो चुका है तथा गत वर्षों से पोलियो रोग का एक भी रोगी नहीं पाया गया है। भारत को पोलियो मुक्त बनाये रखने के लिये 0-5 वर्ष के सभी बच्चों को पहले दिन बूथ पर दवा पिलाई जाएगी। जिला एवं खण्ड स्तर पर चिकित्सा विभाग, शिक्षा विभाग, महिला अधिकारिता विभाग सहित अन्य सभी विभागों में समन्वय स्थापित कर पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। उन्होंने कहा कि विशेषकर ईंट-भट्ठों पर कार्यरत मजदूरों एवं घुमंतु जातियों के बच्चों को पोलियो की वैक्सीन पिलाई जाएगी।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रीत मोहिंदर सिंह ने बताया कि उप-राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। सैक्टर स्तर पर कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा चूका है। उन्होंने बताया कि जिले में शून्य से पांच साल तक 4 लाख 28 हजार बच्चों को पोलियो दवा की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जिले में दो सदस्य वाले तीन हजार छ सो अठावन टीम तैयार की गई है । 11 व 12 दिसम्बर को घर घर जाकर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी।
इसके लिए तीन हजार छ सो अठावन टीमें बनाई गई है। साथ ही जिले में 81 ट्रांजिट बूथ बनाए जाएंगे, वहीं 10 मोबाइल टीमें, 334 सुपरवाइजर. 334 सेक्टर अधिकारी, एक जिला अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। बैठक के दौरान डीपीएम सचिन भार्गव, हेल्थ मेनेजर नरेन्द्र खत्री, जिला कार्यक्रम समन्वयक राकेश भाटी, डीएनओ मुकेश सिंघाडीया, आर आई कॉर्डिनेटर विक्रम सिंह संधू, पीएचएम मूलशंकर दवे, कमलेश चौधरी, नर्सिंग स्टूडेंट एवं सुपरवाइजर आदि उपस्थित रहे।