नीदरलैंड के लिए टिमो बोएर्स ( 5वां मिनट), पेपिन वान डेर हेडेन ( 16वां मिनट ) और ओलिवियर होर्टेनसियस ( 44वां मिनट ) ने गोल किए जबकि भारत के लिए आदित्य लालागे ( 34वां मिनट), अरिजीत सिंह हुंडल (36वां मिनट),आनंद कुशवाहा (52वां मिनट) और कप्तान उत्तम सिंह ( 57वां मिनट) ने गोल दागे।
नीदरलैंड टीम ने पहले ही क्वार्टर से आक्रामक शुरुआत करते हुए पेनॉल्टी कॉर्नर बनाया जिसे बोएर्स ने गोल में बदला। दूसरे क्वार्टर के पहले ही मिनट में वान डेर हेडेन ने दूसरे पेनाल्टी कॉर्नर को तब्दील करके टीम को 2-0 की बढ़त दिला दी जो मध्यांतर तक बनी रही। तीसरे क्वार्टर में भारत ने शानदार वापसी की जिसके सूत्रधार अरिजीत सिंह रहे। उन्होंने 34वें मिनट में लालागे के गोल में सहायक की भूमिका निभाई और दो मिनट बाद पेनॉल्टी स्ट्रोक को तब्दील करके स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया। तीसरे क्वार्टर में ही डच टीम ने फिर बढ़त बनाई जब ओलिवियर ने पेनॉल्टी कॉर्नर तब्दील किया।
आखिरी दस मिनटों में भारतीय टीम ने जबर्दस्त हॉकी का प्रदर्शन करते हुए दो गोल कर डाले। कुशवाहा ने 52वें मिनट में रिबाउंड पर गोल करके स्कोर बराबर किया। भारत को 57वें मिनट में महत्वपूर्ण पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिस पर गोल करने में कप्तान उत्तम सिंह ने चूक नहीं की।
रक्षक पंक्ति का अंतिम क्वार्टर में बेहतरीन प्रदर्शन
आखिरी दो मिनटों में डच टीम ने बराबरी का गोल करने की भरसक कोशिश की लेकिन भारतीय रक्षक पंक्ति चट्टान की तरह अडिग रही। आखिरी क्वार्टर में रोहित ने लगातार छह पेनाल्टी कॉर्नर बचाए और उन्हें इस शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।