एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि बैठक में एम्स के सुरक्षात्मक उपायों की समीक्षा की गई। बताया कि एम्स में नियुक्ति दिलाने के नाम पर युवाओं को गुमराह कर भारी भरकम धनराशि वसूल करने के मामले लगातार सामने आते रहे हैं। यह पूरी तरह से गलत है। इसलिए युवाओं को ऐसे लोगों के बहकावे में नहीं आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि संस्थान में पूर्व में सामने आए ऐसे कई मामलों में युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम गुमराह करते हुए धन वसूली की गई और फर्जी नियुक्तिपत्र देकर ज्वाइनिंग के लिए भेजा गया। ऐसे युवा जब एम्स में पहुंचते हैं तो उन्हें अपने साथ ठगी का पता चलता है।
जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि एम्स भारत सरकार का संस्थान है। जिसकी नियुक्ति प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जाती है। उन्होंने बताया कि एम्स भविष्य में सामने आने वाले ऐसे मामलों में संस्थान की छवि को धूमिल करने के प्रयासों में संलिप्त लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा।