भारतीय फुटबॉल टीम के लिए शानदार रहा यह साल, तीन खिताब जीते; ISL में मोहन बागान का दबदबा
फुटबॉल दुनिया में सबसे लोकप्रिय और पसंद किया जाने वाला खेल है। क्रिकेट के प्रति जबरदस्त जुनून है वाले देश में समय के साथ फुटबॉल का क्रेज बढ़ रहा है। साल 2023 ने इसे आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारतीय फुटबॉल टीम ने इस साल कई उतार-चढ़ाव देखें। उसने तीन अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीतकर फीफा विश्व कप 2026 में जगह बनाने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। भारत ने मार्च में ट्राई-नेशन इंटरनेशनल फुटबॉल टूर्नामेंट में खिताबी जीत के साथ साल 2023 की शुरुआत की। टीम ने इंफाल के खुमान लैंपक स्टेडियम में फाइनल में किर्गिस्तान के खिलाफ 2-0 से जीत हासिल की। इस टूर्नामेंट में तीसरी टीम म्यांमार थी। भारत ने दोनों मैच जीते। फाइनल में डिफेंडर संदेश झिंगन ने 34वें मिनट में छह साल में अपना पहला गोल करके भारत को बढ़त दिला दी। कप्तान सुनील छेत्री ने 84वें मिनट में गोल करके बढ़त दोगुनी कर दी।
पहले हाफ के अंत में अनिरुद्ध थापा के एक गोल की मदद से भारत ने शुरुआती मैच में म्यांमार को 1-0 से हरा दिया था। भारत ने दोनों मैच जीते और टूर्नामेंट को अपने नाम किया। लालियानजुआला चांगटे को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया जबकि अनिरुद्ध शीर्ष गोल स्कोरर रहे सुनील छेत्री की अगुवाई वाली टीम ने फाइनल में लेबनान को हराकर भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में इंटरकॉन्टिनेंटल कप 2023 का खिताब जीता था। यह भारतीय टीम की लेबनान पर 47 साल में पहली और आठ मुकाबलों में दूसरी जीत थी। टूर्नामेंट राउंड-रॉबिन प्रारूप में खेला गया था जिसमें भारत, लेबनान, वानुअतु और मंगोलिया ने भाग लिया था। भारत ने मंगोलिया पर 2-0 की जीत के साथ अभियान की शुरुआत की और इसके बाद वानुअतु पर 1-0 की जीत दर्ज की। भारत ने अपना आखिरी लीग मैच लेबनान के खिलाफ खेला था। वह मुकाबला 0-0 की बराबरी पर छूटा था। इसके बाद टीम इंडिया ने फाइनल में लेबनान को 2-0 से परास्त कर दिया।
भारतीय टीम ने सैफ चैंपियनशिप में सबसे सफल टीम के रूप में हिस्सा लिया। उसने 14 संस्करण में नौ बार खिताब अपने नाम किया। बेंगलुरु के श्री कांतीरावा स्टेडियम में फाइनल में रोमांचक पेनल्टी शूटआउट में कुवैत को 5-4 से हराकर सुनील छेत्री की अगुवाई वाली टीम नौवीं बार विजयी हुई। टूर्नामेंट में दो ग्रुप में टीमों को रखा गया था। भारत को कुवैत, नेपाल और पाकिस्तान के साथ ग्रुप ए में रखा गया था।
भारत ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर 4-0 की बड़ी जीत के साथ टूर्नामेंट की शुरुआत की, इसके बाद नेपाल के खिलाफ 2-0 की आसान जीत दर्ज की। भारत ने अपने आखिरी ग्रुप मैच में कुवैत के खिलाफ 1-1 से ड्रा खेला। सेमीफाइनल मैच में भारत ने अतिरिक्त समय के बाद 0-0 से मैच समाप्त होने के बाद पेनल्टी शूटआउट में लेबनान को 4-2 से हराया। भारत और कुवैत के बीच फाइनल मुकाबला भी पेनल्टी तक गया और भारत ने 5-4 से रोमांचक जीत हासिल की। सुनील छेत्री पांच गोल के साथ टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर रहे।