उत्तराखंड के पहले एफएसटी प्लांट का ट्रायल हुआ शुरू, जल्द होगा संयंत्र का उद्घाटन
केंद्र सरकार की अमृत योजना के तहत बनाए गए प्रदेश के पहले मल कीचड़ उपचार संयंत्र (एफएसटीपी) का ट्रायल शुरू हो गया है। नगर निगम के साथ ही निजी टैंकर घर के सेप्टिक टैंक को खाली कर निकाले गए मल कीचड़ को संयंत्र तक पहुंचा रही हैं। माना जा रहा है कि ट्रायल के बाद जल्द ही संयंत्र का उद्घाटन होगा। किच्छा बाइपास रोड में फोरेंसिक लैब के पास एक एकड़ जमीन पर 6.89 करोड़ की लागत से एफएसटीपी का निर्माण किया गया है। इसकी क्षमता प्रतिदिन 125 केएलडी की है। अमृत योजना के तहत यह प्रदेश का पहला संयंत्र है। अभी तक नगर निगम और निजी टैंकर घरों के सेप्टिक टैंकों का मल कीचड़ सिडकुल में एक कंपनी के संयंत्र में देते थे और इसकी एवज में तय शुल्क का भुगतान करते थे। एफएसटीपी का ट्रायल शुरू होने के बाद निगम का टैंकर सेप्टिक टैंक के मल कीचड़ को संयंत्र पहुंचा रहे हैं। इसकी एवज में अब निगम को शुल्क नहीं देना पड़ रहा है। यहां मल कीचड़ से खाद तैयार की जाएगी। साथ ही पानी का उपयोग भी सिंचाई के कार्यों में होगा।
संयंत्र का ट्रायल शुरू हो गया है। नगर निगम के साथ ही 14 निजी टैंकर भी संयंत्र में घरों का सेप्टिक टैंक खाली कर मल कीचड़ संयंत्र में पहुंचा रहे हैं। यह पूरा कार्य पेयजल निगम ने एक कंपनी से कराया है। बताया कि यहां बनने वाली खाद कृषि कार्यों के उपयोग में लाई जा सकेगी। – नरेश दुर्गापाल, मुख्य नगर आयुक्त