एम्स के ट्राॅमा सेंटर में अब आईसीयू बेड की कमी गंभीर मरीजों के इलाज में आड़े नहीं आएगी। ट्राॅमा सेंटर में आईसीयू बेड की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। पहले ट्राॅमा सेंटर में मात्र आईसीयू के 6 बेड थे। ट्राॅमा सेंटर के नए आईसीयू वार्ड का 3 फरवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ऑनलाइन उद्घाटन करेंगे। एम्स ऋषिकेश में ओपीडी और आईपीडी की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन पर्याप्त भूमि उपलब्ध न होने के कारण एम्स संसाधन नहीं बढ़ा पा रहा है। जिससे सबसे अधिक समस्या मरीजों को भर्ती करने में बेड की कमी बन रही है। एम्स प्रशासन सीमित संसाधनों में सुविधाओं के विस्तार का लगातार प्रयास कर रहा है। इसी के तहत एम्स प्रशासन ने ट्राॅमा सेंटर में आईसीयू बेड बढ़ाएं हैं। ट्राॅमा सेंटर में पहले मात्र 12 आईसीयू बेड थे, जिनमें 7 ट्राॅमा सर्जरी व 5 आईसीयू बेड न्यूरो सर्जरी के शामिल हैं। अब एम्स ट्राॅमा सेंटर के लेवल 3 (द्वितीय तल) में 18 बेड का आईसीयू वार्ड तैयार किया गया है। इसके अलावा ट्राॅमा सेंटर में 140 सामान्य बेड हैं। जो रेड जोन, यलो जोन, ट्राॅमा आपातकालीन, ट्राॅमा न्यूरो सर्जरी व ट्राॅमा सर्जरी के हैं।
ट्राॅमा सेंटर में 18 आईसीयू बेड का वार्ड बन कर तैयार हो गया है। जिसका 3 फरवरी को उद्घाटन होना है। – प्रो. मीनू सिंह, निदेशक एम्स ऋषिकेश