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अगर भूख नहीं तो मौका देने का कोई मतलब नहीं’, टेस्ट टीम के दावेदारों को रोहित शर्मा का सख्त संदेश

भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। टीम इंडिया ने रांची में खेले गए चौथे टेस्ट को पांच विकेट से अपने नाम कर लिया। भारत के लिए इस मैच में युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल और डेब्यू करने वाले आकाश दीप ने अपने खेल से प्रभावित किया। कप्तान रोहित ने मैच के बाद युवाओं की जमकर तारीफ की। इसके अलावा उन्होंने उन खिलाड़ियों को कड़ा संदेश दिया है जो टेस्ट टीम में जगह बनाना चाहते हैं

रोहित ने दावेदारों को सख्त संदेश देते हुए कहा कि टीम में उन्हीं खिलाड़ियों को जगह दी जो क्रिकेट के सबसे कड़े प्रारूप में सफलता की भूख दिखाएंगे। भारतीय कप्तान ने स्पष्ट कर दिया कि वह टीम में किस तरह की प्रतिभा चाहते हैं। रोहित ने कहा, ”जिन लोगों को भूख है हम उन्हीं लोगों को मौका देंगे। अगर भूख नहीं है तो उनको खिलाने का कोई मतलब नहीं है।”

रोहित शर्मा की इस प्रतिक्रिया को ईशान किशन और श्रेयस अय्यर के मामले से जोड़कर देखा जा रहा है। बीसीसीआई ने हाल ही में यह आदेश दिया था कि किसी को भी घरेलू क्रिकेट को अनदेखा नहीं करना है। ईशान और अय्यर जैसे खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी मुकाबलों में खेलने के लिए कहा गया था लेकिन इन दोनों ने इसे नजरअंदाज कर दिया था।

हार्दिक के साथ ट्रेनिंग कर रहे थे ईशान
ईशान अपनी घरेलू टीम झारखंड के लिए रणजी में नहीं खेले। वह आईपीएल के आगामी सीजन की तैयारी के लिए मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ ट्रेनिंग करते हुए दिखाई दिए। वहीं, अय्यर ने कहा कि उनकी पीठ में समस्या है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) ने ऐसी किसी भी चोट के बारे में नहीं बताया

रोहित ने कहा, ”मैंने यहां टीम में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं देखा जो भूखा नहीं हो। सभी लड़के जो यहां हैं और जो नहीं हैं, वे सभी खेलना चाहते हैं। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में आपको बहुत कम मौके मिलते हैं। अगर आप उनका फायदा नहीं उठाते तो वे चले जाते हैं।” बिना किसी का नाम लिए रोहित ने टीम प्रबंधन द्वारा तय किए गए कड़े चयन मानदंडों की ओर इशारा किया।

यह पूछने पर कि क्या टी20 लीग युवा खिलाड़ियों के बीच टेस्ट खेलने की चाहत को प्रभावित कर रही है तो रोहित ने कहा, ”टेस्ट क्रिकेट सबसे कठिन प्रारूप है। यदि आप इस प्रारूप में उत्कृष्टता और सफलता हासिल करना चाहते हैं तो आपको भूख दिखानी होगी। यह पता चल जाता है कि किसको भूख नहीं है और किन लोगों को यहां पर रहना नहीं है। यह पता चलता है। जिन लोगों को भूख है, कठिन परिस्थितियों में खेलना है, उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। यह सरल सी बात है।”

रोहित ने कहा, ”आईपीएल हमारे लिए बहुत अच्छा प्रारूप है लेकिन टेस्ट क्रिकेट सबसे कठिन प्रारूप है और इसमें उत्कृष्टता हासिल करना कठिन है। आपको जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। पिछली तीन जीत आसान नहीं थी। गेंदबाजों को लंबे स्पैल करने पड़े। बल्लेबाजों को क्रीज पर काफी मेहनत करनी पड़ी।”

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