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इंग्लैंड क्रिकेट टीम फुटबॉल मैनेजर पेप गार्डिओला की शैली अपनाए माइकल वॉन बोले- प्लेयर्स को खराब परफॉर्मेंस पर टीम से बाहर कर दिया जाए

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन का मानना है कि इंग्लिश क्रिकेट टीम को फुटबॉल मैनेजर पेप गार्डिओला की अप्रोच अपनानी चाहिए। वॉन ने इंग्लैंड के अखबार डेली टेलीग्राफ में यह बात की।

वॉन ने कोच ब्रेंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टोक्स के नेतृत्व में इंग्लैंड की आक्रामक “बैजबॉल” रणनीति के पीछे यह बयान दिया, जिसका मौजूदा भारत दौरे पर उलटा असर हुआ। 5 मैच की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड 3-1 से सीरीज गंवा बैठा है। आखिरी मुकाबला 7 मार्च को धर्मशाला में खेला जाएगा।

वॉन ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों की अप्रोच पर सवाल उठाया और उनसे अधिक जवाबदेही की मांग की। वे बोले, मैं अक्सर पेप गार्डियोला की अप्रोच का उल्लेख करता हूं। मेरी नजर में वह इस पीढ़ी के, पिछले 15 सालों के बेस्ट स्पोर्टिंग लीडर हैं। वह कभी भी अपने खिलाड़ियों को कंफर्टेबल नहीं होने देते।

वॉन ने आगे कहा, खिलाड़ी हमेशा अनुमान लगाते रहते हैं, और वे सभी जानते हैं कि उनके अगले गेम खेलने की कोई गारंटी नहीं है। अगर पेप जैसे महान स्पोर्टिंग लीडर प्लेयर्स के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं, तो क्या इंग्लैंड क्रिकेट टीम में ऐसा नहीं किया जा सकता।

कौन है पेप गार्डियोला
पेप गार्डिओला फुटबॉल के लिजेंडरी कोच में से एक है, फिलहाल वे इंग्लिश फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर सिटी के मैनेजर है। मैनचेस्टर सिटी पेप के मैनेजर बनने के बाद यूरोप के सबसे सक्सेसफुल क्लब्स में से एक हैं।

सिटी ने पिछले सीजन 6 में से कुल 5 ट्रॉफी जीतीं थी। पेप इससे पहले स्पेनिश क्लब बार्सिलोना और बायर्न म्यूनिख के भी कोच रह चुके हैं। यूरोपियन फुटबॉल इतिहास में सिर्फ इन दो टीमों ने ही एक सीजन में 6 ट्रॉफी जीती हैं। इसमें से बार्सिलोना की 6 ट्रॉफी का सीजन पेप के मैनेजर रहते 2009 में आया था।

बैटर्स को पता है कि वे अगला गेम खेलेंगे – वॉन
वॉन ने कहा, इस दौरे पर पूरी बल्लेबाजी लाइनअप को हर हफ्ते पता होता है कि वह अगला गेम खेलेंगे ही, भले ही कैसा भी परफॉर्मेंस हो। यह अप्रोच अब बदलने वाली है, क्योंकि इस दौरे के बाद हैरी ब्रूक वापस आ जाऐंगे। उन्हें नंबर 5 पर बल्लेबाजी करनी होगी, क्योंकि उन्हें जो रूट के साथ उनकी बल्लेबाजी करनी होगी।

सिलेक्शन कमेटी कर रहा है बड़ी गलती- वॉन
वॉन ने इंग्लैंड की सिलेक्शन कमेटी पर सवाल उठाया और कहा, सीरीज हारने के बावजूद धर्मशाला में 7 मार्च से शुरू होने वाले आखिरी टेस्ट में इंग्लैंड के लिए बहुत कुछ दांव पर है।

वॉन बोले, सिलेक्शन की निरंतरता टीम के गेम में एक अच्छा बेलैंस पैदा करती है। ऐसे में प्लेयर्स को कंफर्टेबल करना भी सही है, और इंग्लैंड पिछले दो सालों में आम तौर पर अच्छी बल्लेबाजी की है। हालांकि अब एक समय ऐसा आ गया है, जब आपकी बल्लेबाजी के कारण ही आपको सबसे बड़ी सीरीज गंवानी पड़ती है तो आप हर हफ्ते उन्हीं खिलाड़ियों को नहीं भेज सकते।

प्लेयर्स को गारंटी देने से कभी कोई टीम बेस्ट नहीं बनी
वॉन ने कहा, किसी भी गेम में कोई टीम तब तक ग्रेट नहीं बन सकती, जब तक वो प्लेयर्स को साथ सख्त ना हो। हर खिलाड़ी को एहसास होना चाहिए कि अगर मैने बेस्ट नहीं किया तो रिप्लेस हो सकता हूं। रांची टेस्ट के हॉक-आई विवाद पर पूर्व इंग्लिश कप्तान माइकल वॉन और इस तकनीक के फाउंडर पॉल हॉकिन्स की बहस जारी है। शुक्रवार रात 49 साल के पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर ने इस मामले पर पलटवार किया है।

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