US राष्ट्रपति कैंडिडेट चुनाव-ट्रम्प की पहली हार वॉशिंगटन में निक्की हेली ने प्राइमरी इलेक्शन जीता, ट्रम्प 2016 में भी यहां हारे थे
वॉशिंगटन में हुए प्राइमरी चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी से निक्की हेली ने जीत दर्ज की है। यह उनकी पहली जीत है और प्राइमरी इलेक्शन में डोनाल्ड ट्रम्प की पहली हार है। निक्की हेली अमेरिकी इतिहास में रिपब्लिकन प्राइमरी जीतने वाली पहली महिला बन गई हैं।अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, हेली को 63% वोट मिले, वहीं ट्रम्प को 33% वोट मिले।
अमेरिका में इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी में उम्मीदवारी के लिए इलेक्शन चल रहे हैं। अमेरिका में इस साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। इसके पहले दोनों पार्टियां-रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक, इस इलेक्शन के लिए अपने-अपने उम्मीदवार फाइनल करने में जुटी हैं।
प्राइमरी इलेक्शन में ट्रम्प की पहली हार
रिपब्लिक पार्टी के इस बार के प्राइमरी इलेक्शन में ट्रम्प की पहली हार है। वे 2016 में भी वॉशिंगटन से प्राइमरी इलेक्शन हार गए थे। रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के दो ही उम्मीदवार हैं- ट्रम्प और हेली। ट्रम्प आयोवा, न्यू हैम्पशायर, नेवाडा, साउथ कैरोलिना समेत 8 राज्यों में जीत हासिल कर चुके हैं।
निक्की से पहले 3 रिब्लिकन कैंडिडेट्स ने नामांकन किया, पर नाम वापस लिया
न्यूयॉर्क टाइम्स ने निक्की हेली कैंपेन के हवाले से अपनी रिपोर्ट में लिखा- निक्की अमेरिकी इतिहास में रिपब्लिकन प्राइमरी जीतने वाली पहली महिला हैं। एलिजाबेथ डोल ने 1999 में रिपब्लिकन पार्टी से नामांकन भरा था पर प्राइमरी चुनाव के पहले ही नाम वापस ले लिया था।
मिशेल बैचमैन ने 2012 में नामांकन भरा था, लेकिन आयोवा कॉकस के बाद नाम वापस ले लिया था। कार्ली फियोरिना ने 2016 में नामांकन भरा था लेकिन न्यू हैम्पशायर में हार के बाद नाम वापस ले लिया था। निक्की पहली हैं, जो रिपब्लिकन प्राइमरी जीती हैं।
5 मार्च 2024 उम्मीदवारी के चुनाव में अहम दिन
अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए हो रहे उम्मीदवारी के चुनाव में सबसे बड़ा दिन 5 मार्च को होने वाला है। इस दिन अमेरिका के 15 राज्यों में चुनाव होंगे। अमेरिका में इसे सुपर ट्यूजडे कहा जाता है। सूपर ट्यूजडे से पहले ही ट्रम्प ने अपनी प्रतिद्वंदी निक्की हेली से काफी बढ़त बना ली है। ट्रम्प को कुल 244 डेलिगेट्स का समर्थन मिल चुका है। वहीं, हेली को अब तक केवल 24 डेलिगेट्स का साथ मिला है।
अमेरिका की राजनीति में मंझी हुई नेता हैं निक्की हेली
निक्की को पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन का करीबी माना जाता है। हिलेरी ही उन्हें सियासत में लाई थीं। राजनीति में आने से पहले निक्की कॉर्पोरेट वर्ल्ड में नाम कमा चुकी थीं। परिवार की कंपनियां चलाने के बाद 1998 में ओरेंजबर्ग काउंटी चेंबर ऑफ कॉमर्स के निदेशक मंडल में शामिल हुईं।
- 2004 में नेशनल एसोसिएशन ऑफ वुमेन बिजनेस ओनर की अध्यक्ष बनीं। सामाजिक कार्यों में शामिल होने लगीं। इसी से राजनीति में आने का रास्ता बना।
- 2004 में निक्की साउथ कैरोलिना की स्टेट रिप्रेजेंटेटिव के तौर पर चुनी गईं। 2006 के चुनाव में उन्हें निर्विरोध जीत हासिल हुई। 2008 में तीसरी बार निक्की ने ये पद संभाला।
- निक्की 2010 और 2014 में साउथ कैरोलिना की गवर्नर बनीं। अमेरिका में सबसे युवा (37 साल) गवर्नर बनने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है।
- 2017 में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उन्हें UN में बतौर अमेरिकी ऐंबैस्डर के तौर पर नियुक्त किया। दिसंबर 2018 में निक्की ने पद से इस्तीफा दे दिया।
अमृतसर का रहने वाला है निक्की का परिवार
UN में राजदूत और दक्षिण कैरोलिना की गवर्नर रह चुकीं निक्की अमेरिका में ही 1972 में जन्मीं थीं। उनका असली नाम नम्रता निक्की रंधावा है। पिता अजीत सिंह रंधावा पत्नी राज कौर के साथ 1960s में PhD करने के लिए अमृतसर से अमेरिका जाकर बस गए थे। निक्की के दो भाई मिट्ठी और सिमी और एक बहन सिमरन है।
कॉकस और प्राइमरी चुनाव में क्या अंतर
रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से पहला कॉकस आयोवा राज्य में हुआ था। दरअसल, प्राइमरी इलेक्शन राज्य सरकार कराती है। वहीं, कॉकस पार्टी का अपना इवेंट होता है। प्राइमरी इलेक्शन में बिल्कुल वही वोटिंग प्रोसेस होता है, जो आम चुनाव में अपनाया जाता है। इस दौरान एक पार्टी का कार्यकर्ता दूसरी पार्टी के चुनाव में भी वोट डाल सकता है।
वहीं, कॉकस में एक रूम या हॉल में बैठकर पार्टी के प्रतिनिधि हाथ उठाकर या पर्ची डालकर वोटिंग कर सकते हैं। पार्टी की ही एक टीम ऑब्जर्वर की तरह काम करती है। मिशिगन और मिसोरी में मिली बड़ी जीत के बाद अगर निक्की नाम वापस लेती हैं, तो रिपब्लिकन पार्टी से ट्रम्प ही उम्मीदवार रह जाएंगे।
वहीं, अगर वह नाम वापस नहीं लेती हैं तो बाकी राज्यों में प्राइमरी या कॉकस की वोटिंग जून तक चलेगी। इस बीच, ट्रंप या निक्की में से जिस किसी को 1215 पार्टी डेलिगेट्स (प्रस्तावक) के वोट पहले मिल गए, वो पार्टी का राष्ट्रपति उम्मीदवार होगा।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मियां उफान पर हैं। रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी की दौड़ में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का मुकाबला भारतवंशी निक्की हेली से है। हेली को अपनी भारतीय विरासत पर गर्व है। भारत-अमेरिका की दोस्ती की पक्षधर हेली ने द्विपक्षीय संबंध, यूक्रेन और हमास जंग और चीन के मुद्दों पर बातचीत की।