प्रियंका वाड्रा और खरगे से मिले सुक्खू, सियासी घटनाक्रम की सौंपी रिपोर्ट; लोकसभा चुनाव पर भी हुआ मंथन
शिमला। राज्यसभा चुनाव में हार के बाद हिमाचल शुरू हुए सियासी घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पहली बार दिल्ली पहुंचे। बीते रोज देर रात उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरगे व महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ मुलाकात की थी। जबकि शुक्रवार सुबह उन्होंने पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा से मुलाकात की।
इसमें प्रदेश के सियासी घटनाक्रम पर विस्तृत चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरगे व महासचिव प्रियंका वाड्रा को पूरी रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि विधायकों को एकजुट रखने व उनकी नाराजगी को दूर करने पर काम हो रहा है।
केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने जो सुझाव दिए थे उन पर अभी तक सरकार की तरफ से कितनी काम किया जा चुका है। मुलाकात के दौरान लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर भी चर्चा हुई है। चुनाव को लेकर पार्टी कितनी तैयार है इस पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई है। मुख्यमंत्री ने हाईकमान को बताया कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जो गारंटियां दी थी उनमें से 5 गारंटियों को पूरा किया जा चुका है। सबसे बड़ी गारंटी ओपीएस के बाद महिलाओं को 1500 रुपए देने पर भी कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी है। सरकार ने जो वायदे किए थे उन पर चरणबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है। जबकि संगठन के कामकाज को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई। पार्टी हाईकमान ने लोकसभा चुनावों को लेकर काम करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को चुनाव में सभी को साथ लेकर चलने और चुनाव पर फोकस करने को कहा है। जानकारी के मुताबिक पार्टी संगठन में संतुलन बनाने के लिए कार्यकारी अध्यक्ष पद पर तैनाती की तैयारी में है। विधानसभा चुनाव से पहले भी चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए थे।हालांकि इनमें से दो हर्ष महाजन व पवन काजल कांग्रेस पार्टी को छोड़ चुके हैं। जबकि क्रास वोटिंग के बाद राजेंद्र राणा ने भी कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। चौथे कार्यकारी अध्यक्ष विनय कुमार विधानसभा उपाध्यक्ष है। संगठन संसदीय क्षेत्रवार समन्वय बनाकर कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की तैयारी कर रहा है। प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी बदलाव की चर्चा तेज हो गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी उन्हें मंडी संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में है।
सूत्रों की माने तो पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पूरे सियासी घटनाक्रम पर चर्चा की। उन्होंने बागी विधायकों को लेकर भी मुख्यमंत्री से पूछा। सूत्रों की माने तो कांग्रेस बागी विधायकों की एकजुटता तोड़ने पर काम करेगा। यदि इनमें से कोई वापिस आना चाहता है तो उस फार्मूले पर भी काम किया जाएगा। लोकसभा चुनाव से पहले ही इस पर काम शुरू करने को कहा गया है।
पार्टी हाईकमान ने पहले लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के साथ मुलाकात कर उनसे सियासी घटनाक्रम पर पूरा फीडबैक लिया था। उसके बाद उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री व अनिरूद्ध सिंह ने दिल्ली में सोनिया गांधी व प्रियंका वाड्रा से मुलाकात की थी।
अब मुख्यमंत्री दिल्ली गए थे। इसके बाद अब पार्टी की प्रदेश अध्यक्षा प्रतिभा सिंह को दिल्ली बुलाकर उनसे पूरे सियासी घटनाक्रम की रिपोर्ट ली जाएगी। यही नहीं लोकसभा चुनावों को लेकर संगठन की तैयारियों को लेकर भी चर्चा होगी। कुछ अन्य वरिष्ठ मंत्रियों से भी मुलाकात कर उनका पक्ष सुना जाएगा।
राज्यसभा चुनाव में हार के बाद जो राजनीतिक समीकरण पैदा हुए उससे पार्टी को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। सरकार ने 5 गारंटियों को पूरा कर दिया है। इसके अलावा पिछले 14 महीनों में सरकार ने जो काम किया है उसका रिपोर्ट कार्ड जनता के बीच रखा जाएगा। घर घर जाकर सरकार की उपलब्धियों को गिनाया जाएगा ताकि लाेकसभा चुनाव में इसका फायदा मिलें।