Fri. Nov 22nd, 2024

फेडरर को पीछे छोड़ जोकोविच दुनिया के सबसे उम्रदराज नंबर-एक बने, युगल में बोपन्ना के नाम है कीर्तिमान

नोवाक जोकोविच ने एक और असाधारण उपलब्धि हासिल कर ली है। उन्होंने रोजर फेडरर को पीछे छोड़कर दुनिया के सबसे उम्रदराज विश्व नंबर एक टेनिस खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल कर लिया है। 36 वर्षीय जोकोविच अगले माह 37 वर्ष के होने वाले हैं और उन्होंने जून, 2018 में सबसे ज्यादा उम्र में नंबर एक बनने वाले फेडरर को पीछे छोड़ दिया है। यही नहीं मोंटे कार्लो में इस वक्त दो खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा चर्चा है और ये जोकोविच, रोहन बोपन्ना हैं। टेनिस के पुरुष एकल और युगल में वर्तमान में नंबर एक पदवी सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों के नाम पर है। जोकोविच एकल में तो 44 वर्षीय बोपन्ना युगल में नंबर एक हैं।

इस सोमवार को जोकोविच नंबर एक की पदवी पर 420वें सप्ताह में पहुंच गए। यह भी एक रिकॉर्ड है, जिसे वह पहले तोड़ चुके हैं। फेडरर 310 सप्ताह तक नंबर एक रहे थे। जोकोविच ओपन दौर में सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने वाले खिलाड़ी हैं। फेडरर ने पीट सेंंप्रास के 14 ग्रैंड स्लैम का रिकॉर्ड तोड़ा था। राफेल नडाल ने फेडरर के 20 ग्रैंड स्लैम का रिकॉर्ड तोड़ा और जोकोविच ने नडाल के 22 ग्रैंड स्लैम के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा है। जोकोविच मोंटे कार्लों में अपने नियमित कोच रहे गोरान इवानिसेविच के बिना पहली बार टेनिस कोर्ट पर उतरेंगे। महिलाओं में पोलैंड की इगा स्वियातेक नंबर एक की पदवी पर बरकरार हैं। एटीपी पर वीडियो पोस्ट में बोपन्ना ने कहा कि अनुभव काफी मायने रखता है, लेकिन जोकोविच का मानना है कि सफलता का सबसे बड़ा मंत्र समर्पण है। बोपन्ना ने कहा कि अनुभव जीतता है और यह यहीं से उन्हें मिला है। जोकोविच ने कहा कि अनुभव के साथ समर्पण और निष्ठा भी मायने रखती है। उन्होंने बोपन्ना को घंटों जिम में फीजियो के साथ समय बिताते हुए देखा है। इतने वर्षों तक एटीपी टूर को आपके साथ साझा करना शानदार है। जोकोविच कहते हैं कि एकल और युगल दोनो में सबसे उम्रदराज विश्व नंबर एक होना अद्भुत है। यह सर्बिया और भारतीय टेनिस दोनों के लिए अच्छा है।

जोकोविच कहते हैं कि वह आशा करते हैं कि जल्द ही हम दोनों भारत में कुछ करेंगे। हम वहां खेलेंगे। वह लंबे समय से भारत नहीं गए हैं। यह काफी बड़ा और शानदार देश है। टेनिस की भारत में अपार लोकप्रियता है और बोपन्ना इसमें सानिया, भूपति, पेस के साथ लगातार योगदान देते रहे हैं। जोकोविच कहते हैं कि हम ओल्ड हैं लेकिन गोल्ड हैं। उन्होंने नमस्ते के साथ बातचीत को खत्म किया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed