हर्षिल में जिला पंचायत नहीं बना पा रहा स्वच्छता व्यवस्था
उत्तरकाशी। हर्षिल में सफाई का जिम्मा जिला पंचायत के पास है, लेकिन स्वच्छता शुल्क लेने के बाद भी कर्मचारी तैनात नहीं किया गया है। इससे ग्रामीणों ने चारधाम यात्रा से पहले एक दिन के स्वच्छता अभियान के लिए नगर पंचायत गंगोत्री से कर्मचारी की मांग की है। हर्षिल अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए देश और विदेश में प्रसिद्ध है। यहां सालभर पर्यटक पहुंचते हैं। वहीं चारधाम यात्रा का भी मुख्य पड़ाव है। साथ ही केंद्र सरकार योजना के तहत सीमांत गांव होने के कारण यह वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत भी आता है, लेकिन उसके बावजूद यहां पर स्वच्छता व्यवस्था चरमराई हुई है ग्राम प्रधान हर्षिल दिनेश रावत का कहना है कि जिला पंचायत हर वर्ष यहां पर स्वच्छता शुल्क वसूलता है, लेकिन उसके बाद भी एक सफाई कर्मचारी तक तैनात नहीं है। चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है, लेकिन यहां पर स्वच्छता को लेकर जिला पंचायत की कोई व्यवस्था नहीं है। इससे अब चारधाम यात्रा से पहले स्वच्छता अभियान के लिए ग्राम प्रधान ने नगर पंचायत गंगोत्री से एक दिन की मदद मांगी है।
ग्राम प्रधान दिनेश रावत ने बताया कि जिला पंचायत चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद मात्र दो माह के लिए एक कर्मचारी भेजता है। उसके बाद दस माह तक यहां पर सफाई की कोई व्यवस्था नहीं रहती। एसडीएम डुंडा और प्रभारी अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत नवाजिश खलीक ने कहा कि हर्षिल में सफाई कर्मचारी क्यों तैनात नहीं है। इसको दिखवाकर जल्द ही वहां पर कर्मचारी तैनात किया जाएगा।