हिमाचल में जारी है बारिश-बर्फबारी का दौर, कल के लिए मौसम विभाग का अलर्ट जारी
रिकांगपिओ। जनजातीय जिला किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात व निचले क्षेत्रों में वर्षा से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। वर्षा व हिमपात के चलते तापमान में भी एक बार फिर से भारी गिरावट दर्ज हुई है जिससे मध्यम व ऊंचाई वाले क्षेत्र ठंड की चपेट में आ गए हैं।
जिले के कुछेक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रुक-रुक कर हिमपात हो रहा है। जिला में इन दिनों नकदी फसल सेब की फ्लावरिंग चरम सीमा पर है।
ऐसे में हिमपात व वर्षा के चलते तापमान में गिरावट होने से सेब की सेटिंग व फसल की पैदावार पर इसका सीधा असर पड़ सकता है जिसके चलते बागवानों की चिंता भी बढ़ गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से 24 अप्रैल को अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात और मध्यम व निचले क्षेत्रों से वर्षा की चेतावनी दी है।
वहीं उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित शर्मा ने भी लोगों को ऊपरी पहाड़ी क्षेत्रों व भूस्खलन चिन्हित क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी है। वही जिला में एक बार फिर से माैसम ने करवट बदल ली है व पिछ्ले दो दिन से रुक रुक कर बारिश का दौर जारी है।
प्रदेश बादलों और धूप के बीच अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री का अंतर आया है। एक दो स्थानों पर वृद्धि जबकि अन्य स्थानों पर गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने 28 अप्रैल तक प्रदेश में अधिकतर स्थानों पर मौसम के साफ रहने का अनुमान लगाया है।
हालांकि 23 व 24 अप्रैल को प्रदेश में कुछ एक स्थानों पर वर्षा की संभावना आंधी व आसमानी बिजली गिरने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। 28 अप्रैल को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से अधिकतर स्थानों पर वर्षा की संभावना जताई गई है।
इन इलाकों में देखी गई ताजा बर्फबारी
जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्र छितकुल, रक्छम, नाको, नेसंग, रोपा वेली व हंगरंग वेली सहित आसरंग, यांगपा में ताजा हिमपात के साथ ओलावृष्टि भी देखी गई है।
जिससे रोपा में लिप्पा, आसरंग, कानम, लाबरंग व यांगपा क्षेत्रों में सेब फसल सहित खुबानी, चुल्ली, बादाम फसलों को नुकसान पहुंचा है। वही बारिश होने से एनएच सहित संपर्क सड़क मार्गों में पहाड़ी से मलबा व भूस्खलन होने से कुछेक स्थानों पर यातायात व्यवस्था भी बाधित हुआ है।