आखिरी तीन ओवर में RR को बनाने थे 27 रन, टी20 विश्व कप टीम में नहीं चुने गए दो गेंदबाजों ने पलटा मैच
सनराइजर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में तीन विकेट गंवाकर 201 रन बनाए थे। ट्रेविस हेड ने 44 गेंद में छह चौके और तीन छक्के की मदद से 58 रन की पारी खेली। वहीं, नीतीश रेड्डी 42 गेंद में तीन चौके और आठ छक्के की मदद से 76 रन और हेनरिक क्लासेन 19 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के की मदद से 42 रन बनाकर नाबाद रहे। जवाब में एक वक्त राजस्थान ने 16 ओवर में चार विकेट गंवाकर 160 रन बना लिए थे। तब रोवमन पॉवेल और शिमरोन हेटमायर क्रीज पर थे। मार्को यानसेन के 17वें ओवर में दोनों ने 15 रन बटोरे। राजस्थान का स्कोर चार विकेट पर 175 रन हो गया। ऐसे में समीकरण आखिरी तीन ओवर में 27 रन का बचा, जो टी20 क्रिकेट और बचे हुए छह विकेट को देखते हुए काफी कम था। हालांकि, मैच यहीं से पलट गया। 18वें ओवर में यॉर्कर किंग के नाम से प्रसिद्ध टी नटराजन गेंदबाजी के लिए आए। उन्होंने इस ओवर में केवल सात रन दिए और हेटमायर (13) को पवेलियन भेजा। नटराजन ने अपना स्पेल चार ओवर में 35 रन देकर और दो विकेट लेकर समाप्त किया। 18 ओवर के बाद राजस्थान का स्कोर पांच विकेट पर 182 रन था और जीत के लिए 12 गेंद में 20 रन की जरूरत थी। तब ध्रुव जुरेल और रोवमन क्रीज पर थे। 19वें ओवर में कप्तान पैट कमिंस खुद गेंदबाजी के लिए आए और उन्होंने ओवर की पहली ही गेंद पर ध्रुव जुरेल (1) को आउट कर दिया। कमिंस ने इस ओवर में मात्र सात रन दिए। 19 ओवर के बाद राजस्थान का स्कोर छह विकेट पर 189 रन था और क्रीज पर रोवमन के साथ अश्विन थे। आखिरी छह गेंद पर राजस्थान को जीत के लिए 13 रन की जरूरत थी। कप्तान कमिंस ने गेंद भारत के कभी स्ट्राइक बॉलर रहे भुवनेश्वर कुमार को थमाया। अश्विन ने पहली ही गेंद पर एक रन लेकर स्ट्राइक पावर हिटर रोवमन को थमाया। दूसरी गेंद पर रोवमन ने दो रन लिए। भुवी की तीसरी गेंद पर रोवमन ने चौका लगाया। आखिरी तीन गेंद पर राजस्थान को जीत के लिए छह रन चाहिए थे। इसके बाद चौथी गेंद पर पॉवेल ने दो रन लिए और स्ट्राइक अपने पास रखा। पांचवीं गेंद पर पॉवेल ने एक बार फिर दो रन लिए। आखिरी गेंद पर पॉवेल के स्ट्राइक पर रहते आरआर को जीत के लिए दो रन चाहिए थे। 10 में से नौ बार इस स्थिति में बैटिंग टीम की जीत होती है। हालांकि, भुवनेश्वर ने पॉवेल को चौंकाते हुए फुल टॉस दिया।