आसमान से बरसा पानी…तो धरती पर शांत हुई आग, अल्मोड़ा-बागेश्वर में झमाझम बारिश; तापमान लुढ़का
अल्मोड़ा में अचानक बारिश होने से मौसम का मिजाज बदल गया। अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। इससे लोगों को जहां राहत मिली वहीं कई जगह जंगलों की आग भी बुझ गई।बुधवार को सुबह के समय हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई। दोपहर बाद फिर से मौसम ने करवट बदली और आसमान काले बादलों से घिर गया। कुछ देर बाद ही झमाझम बारिश शुरू हो गई। इसके बाद पूरे दिन रुक-रुककर बारिश होती रही। बारिश से सबसे अधिक राहत वन विभाग को मिली। नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक दावानल का कहर बढ़ रहा था। मौसम का साथ मिलने से जंगल की आग कुछ हद तक शांत हुई है। मंगलवार जिले का अधिकतम तापमान 28 और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस था। बुधवार को बारिश के बाद अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। डीएफओ दीपक सिंह ने कहा कि बारिश के बाद अधिकांश हिस्सों में जंगल की आग बुझ गई है जो राहत की बात है।
रानीखेत में भी बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया है। रेंजर तापस मिश्रा ने कहा कि फिलहाल कहीं से भी जंगलों में आग लगने की सूचना नहीं है।
भले ही बारिश के बाद जंगलों की आग शांत होने के साथ ही तापमान गिरा है, लेकिन क्षेत्र में फैला धुआं छंटने का नाम नहीं ले रहा। बारिश के बाद भी जिला मुख्यालय के आसपास और अन्य हिस्सों में धुंआ फैला रहा। डीएफओ दीपक सिंह ने कहा कि मौसम में नमी बढ़ने के बाद धुंआ छंटेगा।
बागेश्वर में भी बारिश और ओलावृष्टि
बागेश्वर जिले में बारिश और ओलावृष्टि के बाद मौसम सुहावना हो गया है। अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। जिला मुख्यालय का बुधवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, मंगलवार को यह अधिकतम 32 और न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
कपकोट नगर समेत हरसीला, अनर्सा, हड़बाड़, पुरकोट, बालीघाट, रीमा, पचार समेत कई गांवों में कहीं अधिक कहीं हल्की ओलावृष्टि हुई। जिला मुख्यालय में झमाझम बारिश हुई। कांडा और कौसानी क्षेत्र में भी जमकर बारिश हुई है। कपकोट क्षेत्र में भारी बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। बारिश होने से सबसे अधिक राहत वन विभाग को मिली है। वनों में लगी आग को बारिश ने शांत कर दिया है।