अपने कार्य को ईश्वरीय कार्य समझकर करना तथा उसके प्रति स्वाभिमान का भाव रखना – श्री पुरुषोत्तम जोशी
प्रांतीय आचार्य सामान्य प्रशिक्षण वर्ग के बारहवे दिन के संवाद सत्र मे सेवा क्षेत्र की शिक्षा के क्षेत्र संयोजक श्री पुरुषोत्तम जोशी ने शिक्षा क्षेत्र की वर्तमान चुनोतियाँ ओर विद्या भारती की भूमिका विषय पर संवाद करते हुए कहा की किसी भी कार्य की सफलता के लिए अभीष्ट लक्ष्य का निर्धारण करना आवश्यक है l हमारे ऊर्जावान, उत्साही युवा पीढ़ी शिक्षा क्षेत्र की चुनौतीयों का समाधान करेंगी । हमें अपने कार्य को ईश्वरीय कार्य समझकर करना तथा उसके प्रति स्वाभिमान का भाव रखना चाहिए । भारतीय ज्ञान परम्परा को वर्तमान विषयो के साथ जोड़कर सिखाने पढ़ाने की आवश्यकता है l शिक्षक जीवन के लिए ओर शिक्षा जीने के लिए होनी चाहिए ताकि हमारे विद्यार्थी जीवन मे असफल न हो। उपस्थित आचार्य दीदियों ने उक्त विषय मे शिक्षा क्षेत्र की अनेक चुनौतीयों पर अपने प्रश्न सदन मे रखे व उन प्रश्नों पर चिंतन हुआ तथा मंच के माध्यम से समाधान भी किया गया । इस अवसर पर साथ ही मंचस्थ रहे वर्ग के वर्ग संयोजक श्री अंकित शुक्ला l ज्ञात हो की इस 15 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग के समापन अवसर पर प्रगटीकरण समारोह का आयोजन सोमवार सायं को स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर मे किया जायेगा।