राज्य एक मौसम अनेक, उत्तराखंड के इन इलाकों में बारिश; यहां 40 से नीचे नहीं आ रहा तापमान
देहरादून। उत्तराखंड में मौसम के तेवर तल्ख हैं। पहाड़ से मैदान तक तप रहे हैं और पारा कुलांचे भर रहा है। खासकर मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे आने का नाम नहीं ले रहा है। बीते कुछ दिनों से भीषण गर्मी से जनजीवन बेहाल है। गढ़वाल मंडल के मैदानी क्षेत्रों में फिलहाल राहत के आसार नहीं हैं। हालांकि, कुमाऊं में पर्वतीय इलाकों में वर्षा के कारण कुछ राहत है। मौसम विभाग के अनुसार, आज प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। मैदानी क्षेत्रों में चटख धूप खिलने और गर्म हवा चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून समेत ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में बीते पखवाड़ेभर से गर्मी परीक्षा ले रही है। बीते 11 दिन के भीतर दून का अधिकतम तापमान छह बार 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकार्ड किया गया है। जबकि, बीते 18 मई को दून का पारा 41 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया था, जो कि 12 वर्ष में मई रिकार्ड किया गया सर्वाधिक तापमान रहा। तब से लगातार दून का पारा सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। मंगलवार को भी दिनभर उमस और गर्म हवाओं ने बेहाल किया। इस दौरान दून का अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस रहा। इस माह दून में वर्षा भी सामान्य से 80 प्रतिशत कम हुई है। अगले कुछ दिन दूनवासियों को भीषण गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। जून की शुरुआत के बाद ही हल्की वर्षा के आसार बन रहे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, आज प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहने का अनुमान है। जिससे दिन में गर्म हवा के थपेड़े बेहाल कर सकते हैं। उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा के आसार हैं। वहीं, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा और चंपावत में कुछ क्षेत्रों में मध्यम से तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं। निचले इलाकों में झोंकेदार हवाएं चलने की आशंका है।