भारतीय कप्तान रोहित शर्मा 2024 टी20 विश्व कप के बाद मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के इस पद से हटने के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए। रोहित ने द्रविड़ के हटने को लेकर चुप्पी तोड़ते हुए बताया कि वह नहीं चाहते कि मौजूदा टूर्नामेंट द्रविड़ का बतौर कोच आखिरी टूर्नामेंट हो और उन्होंने भारत के इस पूर्व कप्तान को अपने पद पर बने रहने का अनुरोध भी किया था। रोहित ने न्यूयॉर्क के नासाउ काउंटी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले आयरलैंड के खिलाफ भारत के पहले मैच से पहले प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में द्रविड़ को लेकर बातचीत की।भारतीय कप्तान ने खुलासा किया कि उन्होंने द्रविड़ को टीम के साथ बने रहने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इनकार कर दिया। रोहित ने अपनी निराशा नहीं छिपाई और स्वीकार किया कि उनके लिए अब द्रविड़ को ड्रेसिंग रूम का हिस्सा नहीं देखना मुश्किल होगा। रोहित ने भावुक होकर कहा, ‘जब मैंने आयरलैंड में डेब्यू किया था तो वह मेरे पहले अंतरराष्ट्रीय कप्तान थे। वह हम सभी के लिए आदर्श रहे हैं। जब मैं टेस्ट मैचों के लिए टीम में आया था तब मैंने उन्हें करीब से खेलते हुए देखा था। बड़े होते हुए हमने उन्हें खेलते हुए देखा है और हम जानते हैं कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से एक खिलाड़ी के रूप में क्या हासिल किया है। उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में भी टीम के लिए बहुत कुछ किया है। म पिछले कुछ वर्षों में टीम के लिए उनके योगदान की सराहना करते है।उन्होंने ‘वॉल’ का जिक्र करते हुए कहा, ‘वह टीम को कठिन परिस्थितियों से बाहर निकालने के लिए जाने जाते हैं। मैंने व्यक्तिगत रूप से उन्हें कोच के रूप में बने रहने के लिए मनाने की कोशिश की है। मैं उन्हें जाते हुए नहीं देख पाऊंगा।’ रोहित-द्रविड़ युग में भारतीय टीम अभी तक कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सकी है, लेकिन टीम के विकास में मुख्य कोच का योगदान बहुत बड़ा है।रोहित ने कहा, ‘उन्होंने अपने पूरे करियर में बहुत मजबूती दिखाया है और जब वह एक कोच के रूप में यहां आए, तो मैं उनसे सीखना चाहता था। यह बहुत फलदायी रहा है। आईसीसी ट्रॉफी के अलावा हमने सभी प्रमुख टूर्नामेंट और सीरीज जीतीं। उनके साथ काम करते हुए मैंने हर चीज का आनंद लिया है। हमने यह तय करते हुए कि टीम को किस दिशा में जाना है।’ रोहित की यह टिप्पणी द्रविड़ द्वारा शीर्ष पद के लिए दोबारा आवेदन न करने की इच्छा की पुष्टि के एक दिन बाद आई है। द्रविड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने मुख्य कोच के अपने कार्यकाल में हर क्षण का लुत्फ लिया है। उन्होंने कहा, ‘हर टूर्नामेंट महत्वपूर्ण होता है। कोच के तौर पर मेरे लिए भारत का हर मैच महत्वपूर्ण रहा। विश्व कप भी अलग नहीं है। यह हेड कोच के रूप में मेरा अंतिम टूर्नामेंट है।’ द्रविड़ ने नवंबर 2021 में दायित्व संभाला था। उन्होंने कहा- मुझे इस काम से प्यार है। यह बेहद खास दायित्व है। मैंने इस टीम के साथ काम कर काफी आनंद उठाया है, लेकिन अब जैसी व्यस्ताएं हैं और जिंदगी के इस मोड़ पर मैं नहीं समझता कि मुझे फिर से आवेदन करना चाहिए।
कौन होगा नया कोच?
आयरलैंड के खिलाफ विश्व कप में भारत के पहले मैच से पूर्व मीडिया से बातचीत में द्रविड़ ने कहा- मुझे अपना काम बहुत पसंद है। हालांकि, यह मेरा आखिरी टूर्नामेंट है, लेकिन मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता। पहले दिन से मेरे लिए हर मैच महत्वपूर्ण रहा है। मेरी सोच में आगे भी कोई बदलाव नहीं होगा। अब गौतम गंभीर के भारत के नए मुख्य कोच बनने की अटकलों को और बल मिला है। हालांकि, अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि उन्होंने आवेदन किया है या नहीं। हाल ही में बीसीसीआई सचिव जय शाह ने साफ किया था कि अलग प्रारूपों के लिए अलग कोच नहीं होगा। ऐसे में तीनों प्रारूप के लिए सिर्फ एक कोच की तलाश होगी, जो 3.5 साल तक भारतीय क्रिकेट टीम की जिम्मेदारी संभालेगा।