नवनिर्माण और पर्यावरण संरक्षण के अनुपम तालमेल का उदाहरण बना स्मार्ट सिटी के तहत बन रहा शिक्षा नगर स्थित स्मार्ट स्कूल
ग्वालियर।अक्सर किसी भी नवनिर्माण के चलते पर्यावरण को नुकसान का खतरा बना रहता है। उस जगह पर पेड पौधो को हटाने की तस्वीरे सामने आती है, लेकिन ग्वालियर स्मार्ट सिटी के तहत शिक्षा नगर स्कूल की नवनिर्माण परियोजना, हरियाली और पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक नजीर बन गई है। ग्वालियर स्मार्ट सिटी के तहत लगभग 14 करोड रुपये की लागत से बनाये जा रहे शिक्षा नगर स्थित स्मार्ट स्कूल का कार्य पूर्ण होने को है और इसमे अंतिम चरण का फिनिशिंग इत्यादी का कार्य किया जा रहा है। यह स्मार्ट स्कूल विधार्थियो को आधुनिक शैक्षणिक सुविधाये तो प्रदान करेगा ही इसके अलावा इसके निर्माण के दौरान हरियाली औऱ पर्यावरण संरक्षण को संरक्षित करने का जो कार्य किया गया है, वह इस विधालय मे आने वाले विधार्थियो को पर्यावरण संरक्षण की सीख भी प्रदान करेगा।
स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती नीतू माथुर ने जानकारी देते हुये बताया कि शासन-प्रशासन स्तर पर पर्यावरण संरक्षण और कम कार्बन को लेकर बहुत ध्यान दिया जा रहा है। और स्मार्ट सिटी की भी हर एक परियोजना मे पर्यावरण संरक्षण को लेकर लगातार प्रयास किये जा रहे है। इसी के तहत ग्वालियर स्मार्ट सिटी के तहत जब शिक्षा नगर स्थित स्कूल के स्मार्ट स्कूल के रुप मे नवनिर्माण परियोजना की नीव रखी गई थी तो उस समय निर्माण स्थल पर बहुत पुराने घने वृक्ष मौजूद थे, जो कही न कही निर्माण के चलते काटने पढते, लेकिन पर्यावरण संरक्षण के महत्व को ध्यान मे रखते हुये वरिष्ठ अधिकारियो के मार्गदर्शन और स्मार्ट प्लानिंग के चलते इस स्कूल की डिजायन को इस प्रकार से तैयार किया गया जिससे न केवल सभी वृक्षो का संरक्षण हो सका बल्कि वह अब इस बिल्डिंग का हिस्सा बनकर इसे और सुंदर बना रहे है। श्रीमती माथुर ने जानकारी देते हुये बताया कि इस स्मार्ट स्कूल परिसर के भीतर और इसके चारो तरफ लगभग 50 से अधिक घने वृक्षो को संरक्षित किया गया है जिनमे काफी पुराने नीम, बरगद, शीशम सहीत अन्य प्रकार के छोटे बडे वृक्ष है। श्रीमती माथुर ने बताया कि इस स्कूल का निर्माण ग्रीन बिल्डिंग काँन्सेप्ट के तहत किया गया है। निर्माण के समय ऊर्जा बचत, जल संरक्षण, प्राकृतिक प्रकाश जैसे ग्रीन घटको की अहम भूमिका का विशेष ध्यान रखा गया है। श्रीमती माथुर ने आशा व्यक्त करते हुये कहा कि जल्द ही इस स्कूल का निर्माण पूर्ण होने पर विधार्थियो को बेहतर स्मार्ट क्लास रुम के साथ ही यहाँ स्वच्छता के साथ-साथ आधुनिक औऱ बेहतर सुविधाओ सहित पर्यावरण संरक्षण की सीख भी मिल सकेगी।