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बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का दावा, तेजस्वी के पीएस ने मास्टर माइंड सिकंदर के लिए बुक कराया था NHAI गेस्ट हाउस का रूम

देश के सबसे चर्चित मुद्दे नीट पेपर लीक काण्ड के तार बिहार से जुड़ने के बाद उसमें तेजस्वी यादव का नाम आने से पूरा मामला हाई प्रोफाइल हो गया है आज इसमें बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने एक नया दावा कर इसका करंट और बढ़ा दिया, विजय सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेंस कर प्रणाम सहित आरोप लगाया कि पेपर लीक काण्ड के मास्टर माइंड सिकंदर के लिए पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम यादव ने ही NHAI के गेस्ट हाउस में कामता बुक कराया था, उन्होंने दावा किया कि सिकंदर यादव का लालू परिवार से बहुत गहरा संबध है उसकी पहुंच घर तक थी।

बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का बड़ा खुलासा 

पटना में मीडिया से बात करते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि मैंने इस पूरे मामले में NHAI के अधिकारियों से बात की तो पूरा घटनाक्रम सामने आया, 1 मई को तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम यादव के मोबाइल 7488061813 से रात 9 बज कर 7 मिनट पर एनएचएआई के ऑफिस एक्सक्यूटिव प्रदीप कुमार के मोबाइल नम्बर 9430469924 पर कॉल कर कमरा बुक कराने कहा गया, उस दिन प्रदीप कुमार ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो फिर 4 मई 7488061813 मोबाइल नंबर से बुकिंग के लिए कहा गया, 4 मई को प्रीतम यादव ने 3 बार कॉल किया, उन्होंने इसकी कॉल डिटेल भी मीडिया को दिखाई।

बताया मंत्री शब्द किसने लिखा,मास्टर माइंड के लिए गेस्ट हाउस किसने बुक कराया 

विजय सिन्हा ने कहा कि प्रीतम कुमार तेजस्वी के पीएस हैं जब तेजस्वी मंत्री थे तब वे उनके साथ थे इसलिए बुकिंग में मंत्री शब्द का इस्तेमाल उन्होंने किया, बुकिंग के लिए मौखिक आदेश तो दे दिया लेकिन आवंटन नहीं दिया, यानि बिना आवंटन लेटर के लो NHAI के गेस्ट हाउस में रुक रहे थे विजय सिन्हा ने सवाल करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव यह स्पष्ट करें आज भी प्रीतम उनके निजी सचिव हैं और सिकंदर यादवेंदु से क्या संबंध है? उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि लालू यादव जब रांची जेल में बंद थे कोर्ट पेशी पर जाते थे तो सिकंदर उनकी सेवा करता था, उन्होंने सवाल किये कि सिकंदरयादवेंदु को कई जगह का प्रभार एक साथ दिया गया ये किसने आदेश पर हुआ?

तीन सीनियर अधिकारियों के निलंबन के आदेश 

डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने NHAI गेस्ट हाउस बुकिंग में बरती गई लापरवाही और विभाग को बदनाम करने, मामले की गंभीरता के बावजूद चुप्पी साधने का दोषी मानते हुए पथ निर्माण विभाग के तीन बड़े अधिकारियों प्रदीप कुमार, धर्मेंद्र कुमार धर्मकांत और उमेश राय पर निलंबन की कार्रवाई की है।

RJD के लोगों पर बिहार को बदनाम करने के आरोप लगाये 

विजय सिन्हा ने कहा कि पिछले एक साल में विभाग से जुड़े सभी गेस्ट हाउस में रहने वाले की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश मैंने दिए हैं, प्रीतम कुमार और अन्य लोग जिनका नाम आ रहा है इसकी जांच होगी, बिहार को कलंकित करने वाले लोग राजद (RJD) से जुड़े मानसिकता के लोग हैं उन्होंने कहा कि बिहार की बदनाम करने और मंत्री शब्द के माध्यम से मुझे घेरे में लेने का प्रयास किया गया लेकिन आज सब स्पष्ट हो गया, सबूत सामने हैं, पूरे मामले की गहराई से जाँच कराई जाएगी।

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