प्रशिक्षु महिला उपनिरीक्षक से अश्लील हरकत करने वाले प्रभारी निरीक्षक एत्माद्दौला सहित वरिष्ठ एस.आई. निलंबित
आगरा। थाना एत्माद्दौला की प्रशिक्षु महिला उपनिरीक्षक की शिकायत के मामले में पुलिस कमिश्नर ने थाने के प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश कुमार मिश्र व वरिष्ठ उप निरीक्षक अमित प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए डीसीपी सिटी ने बताया कि एसीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्मा की जांच में प्रथमदृष्टया शिकायत सही निकली। पुलिस आयुक्त ने इंस्पेक्टर के साथ ही एत्माद्दौला थाने के एसएसआई अमित कुमार को भी निलंबित किया है। दोनों के खिलाफ काफी समय से अनुशासन हीनता की सूचना मिल रही थी।
प्रशिक्षु उप निरीक्षक ने कहा है कि प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश कुमार मिश्र मुझे फोन पर अश्लील कमेंट करते थे और ऑफिस में बैठकर अश्लील हरकत करते हैं। होली के दिन बैठाकर अचानक फिर मेरे पास आये और मुझे जबरन पकड लिया और किस करने लगे जब मैंने मना किया तो मुझे धमकाने लगे अगर तुमने मेरी बात नहीं मानी और किसी से कुछ कहा तो तुम्हारी रिपोर्ट दे दूंगा और तुम्हारी नई नौकरी है छूट जाएगी मुझे आए दिन अपने आवास पर बुलाने को कहते है।
जब मैंने थाने के बाहर कमरा लेकर रहने ली तो नाराज़ होकर रपट लिखा दी से बाहर कमरा लेने और कहने लगे की बात कि तुम थाने में ही रहोगी बाहर कमरा नहीं लेना मुझे आए दिन धमकाते रहते हैं। 09.6.24 को मेरी छूट से पर रवानगी के समय मेरी रवानगी को मना कर दिया और कहने लगे छूटटी पर तुम नहीं जाओगी मेरे साथ मेरे कमरे पर रहोगी घरवालों से शादी की मना कर दो मैं तुमसे शादी करना चाहता हूँ। अब छुट्टी पर जाने के बाद प्रभारी निरीक्षक द्वारा मेरे फोन की गलत तरीके से लोकेशन निकलवायी गयी और मुझ पर दवाव बनाने लगे मेरे मना करने के बाद प्रभारी निरीक्षक मेरा उत्पीडन कर रहे है मेरा शारीरिक और मानसिक उत्पीडन करते रहे है। जिस। कारण मैं बहुत डिप्रेशन में रहती हूँ दिनांक 20.6.24 को प्रभारी निरीक्षक का 12 बजे रात्रि में फोन कॉल आया और कहने लगे बहुत गर्मी हो रही है मेरे कमरे में AC लगा है वहाँ आकर यो जाओ मैंने उनको मना कर दिया तो कहने लगे यह तुमने अच्छा नहीं किया मैं तुमको थाने में रहने नहीं दूंगा और तुमको बदनाम कर दूंगा। मैं अनुसूचित जाति से आती हूँ। इस पर भी आए दिन मुझे बहुत उल्टा सीधा बोलते हैं।
‘प्रभारी निरीक्षक एत्माद्दौला दुर्गेश मिश्र द्वारा मुझे शारीरिक व मानसिक उत्पीडन किया जा रथ है और जबरन मेरे शरीर को गलत तरीके गलत हरकत है कि मेरे प्रार्थना पत्र अर्पित दण्डात्मक कार्यवारी की जाए।