मानसून पूरे भारत में समय से 6 दिन पहले पहुंचा महाराष्ट्र में दो युवक डैम में डूबे; तीन दिन में 8 लोगों की मौत
दक्षिण-पश्चिम मानसून मंगलवार (2 जुलाई) को पूरे देश में पहुंच गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि मानसून आज राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के बाकी हिस्सों में आगे बढ़ गया है। इसने तय समय से छह दिन पहले सभी राज्यों को कवर कर लिया है। आमतौर पर यह 8 जुलाई को पूरे भारत को कवर करता है।
IMD ने सोमवार (1 जुलाई) को बताया था कि देश में इस साल जुलाई में 106% बारिश हो सकती है। भारी बारिश से पश्चिमी हिमालयी राज्यों (जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड) और देश के मध्य भागों (मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़) में नदी घाटियों में बाढ़ आने की संभावना है।
इस साल जून में 10.9% बारिश की कमी दर्ज हुई है। सामान्य रूप से 165.3 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 30 जून तक केवल 147.2 मिमी बारिश दर्ज हुई। 8 से 26 जून के बीच लगातार सामान्य से कम बारिश हुई।
खासतौर पर 10 से 18 जून के बीच बारिश में भारी कमी रही। 19 जून से बारिश में सुधार आया। आखिरी चार दिन देश में भारी बारिश हुई, जिसके चलते 26 जून को बारिश में जो 20% की कमी थी, 30 जून को वह केवल 10.9% रह गई।
महाराष्ट्र में 3 दिन में 8 लोगों की डूबने से मौत
महाराष्ट्र में 29 जून से 1 जुलाई तक 8 लोगों की डूबने से मौत हो गई। 1 जुलाई को कोल्हापुर स्थित कलम्मावाडी बांध में दूधगंगा नदी बेसिन में दो युवक डूब गए। इनमें एक युवक का शव मंगलवार (2 जुलाई) को मिला। दूसरा लापता है, लेकिन उसके भी मरने की आशंका है।
इससे पहले 30 जून को लोनावला में एक ही परिवार के 5 लोग भुशी डैम में बह गए। पुणे के तम्हिनी घाट में शनिवार (29 जून) को घूमने गया एक युवक पानी में कूदने के बाद तेज धारा में बह गया। 1 जुलाई को रायगढ़ जिले के मानगांव से युवक का शव बरामद किया गया।
मिजोरम में लैंडस्लाइड से 3 की मौत, गुजरात में स्कूल-कॉलेज बंद
मिजोरम के आइजोल में मंगलवार (2 जुलाई) को लैंडस्लाइड में चार साल की बच्ची सहित तीन लोगों के मरने की सूचना है। सभी लोग अपने घर में सो रहे थे, तभी लैंडस्लाइड के कारण टिन की छत वाली बिल्डिंग ढह गई। इस दौरान परिवार के कुछ सदस्य भागकर अपनी जान बचाई, लेकिन एक कपल और उनकी बेटी मलबे में दब गए।
गुजरात में पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं। पिछले 24 घंटों में जूनागढ़ जिले के वंथली में 14 इंच और विसावदर में 13 इंच बारिश हुई। जूनागढ़ में पानी भरने के कारण सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। दो नेशनल हाईवे पर आवागमन भी रोक दिया गया है।
आज 27 राज्यों में भारी बारिश की संभावना, 3 राज्यों में रेड अलर्ट
IMD ने मंगलवार (2 जुलाई) को असम, मेघायल और उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी किया है। 27 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी है, जिनमें पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, गोवा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, कर्नाटक शामिल हैं।
असम में बाढ़ से 6 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
असम में लगातार हो रही बारिश से कई जिलों में बाढ़ आ गई है। 19 जिलों में 6.44 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। बाढ़ में अब तक 35 लोगों की जान गई है। सोमवार (1 जुलाई) को तिनसुकिया जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
असम और अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में लगातार बारिश के बाद कई नदियां उफान पर हैं। ब्रह्मपुत्र, सुबनसिरी, दिखौ, दिसांग, बुरहिदिहिंग, जिया-भराली, बेकी और कुशियारा नदी खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है। पिछले 24 घंटों में बाढ़ के पानी से 44 सड़कों, एक पुल और छह बाध क्षतिग्रस्त हो गए।
20 बड़े राज्यों में से सिर्फ 4 में सामान्य से अधिक बारिश हुई
IMD ने बताया कि जून में देश के 20 बड़े राज्यों में से सिर्फ 4 में ही सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जबकि 10 में सामान्य और 10 में सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। इनमें तमिलनाडु में सामान्य से 116%, आंध्र प्रदेश में 67%, दिल्ली में 39% और तेलंगाना में 20% ज्यादा बारिश हुई है।
उत्तर-पश्चिम भारत (जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, दिल्ली) में 33%, मध्य भारत (मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़) में 14% और पूर्व (बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान-निकोबार) और पूर्वोत्तर भारत (अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम) में 13% कम बारिश हुई है।
IMD के डेटा के अनुसार, पिछले 25 में से 20 साल में जब जून में बारिश सामान्य से कम (लंबी अवधि के औसत का 92% से कम) रही तो जुलाई में बारिश सामान्य (LPA 94-106%) या सामान्य से अधिक रही। 25 में से 17 साल में जब जून में बारिश सामान्य से कम रही, मानसूनी बारिश सामान्य या सामान्य से अधिक रही।