तीन युवक नदी में, 150 बच्चे स्कूल में फंसे 3 घंटे में युवकों को निकाला; 13KM चक्कर लगाकर बच्चों को घर पहुंचाया
टोंक जिले में गुरुवार रात से शुक्रवार दोपहर तक रुक रूक हो रही बारिश से उफान पर आए नदी नाले लोगों के लिए आफत बन गए। मालपुरा क्षेत्र की सहोदरा नदी शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे उफान पर आ गई। ऐसे में इसे पार कर रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली सवार 3 युवक बीच में फंस गए। जिन्हे करीब 3 घंटे के रेस्क्यू के बाद सकुशल निकाला गया।
सरपंच शंकर भड़ाना, मालपुरा तहसीलदार राहुल पारीक को कार से लेकर मौके पर पहुंचे। स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों की मदद से करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद सुबह करीब 11 बजे तीनों युवकों को सकुशल निकाला गया।
इंजन में पानी घुसने से ट्रैक्टर नदी में हुआ बंद
तहसीलदार राहुल पारीक ने बताया कि ये तीनों लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर नमुकिया से नदी पार के गांव डूंगरी खुर्द खेतों में काम से जा रहे थे। पहले नदी के कच्चे रास्ते में आधा-एक फीट पानी बह रहा था। इनका ट्रैक्टर बीच में पहुंचा की नदी में अचानक पानी बढ़ गया और ट्रैक्टर के इंजन में पानी घुसने से ट्रैक्टर बंद हो गया। फिर इन्हे बचने के लिए ट्रैक्टर के टॉप पर चढ़ना पड़ा। इनके चिल्लाने पर आस पास के लोग दौड़े।
इसके बाद सरपंच शंकर भड़ाना ने तहसीलदार को सूचना दी। सरपंच और तहसीलदार एक साथ मौके पर पहुंचे और गांव के ही एक युवक रामराज गुर्जर को रस्सी के साथ नदी में फंसे युवकों के पास भेजा। फिर सबको एक एक कर बाहर निकला। अंत में करीब 11 बजे ग्रामीण और लोकल प्रशासन के सहयोग से नमुकिया निवासी मुकेश (28) पुत्र अंबा लाल गुर्जर को बाहर निकाला। इससे पहले हनुमान गुर्जर (35) व बंटी कहार (30) नदी के बाहर सकुशल निकाला। इस दौरान काफी लोग मौजूद रहे।
बरसाती नाला उफान पर आने से 150 बच्चे स्कूल में फंसे
पीपलू कस्बे से करीब एक किमी दूर महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के रास्ते का नाला शुक्रवार सुबह उफान पर आ गया। इसके चलते 150 बच्चे स्कूल में फंस गये। प्रिंसिपल मधु सक्सेना ने बारिश और ज्यादा आने की संभावना को देखते हुए पेरेंट्स को कॉल किया। ऐसे में कुछ बच्चों के पेरेंट्स 13 किमी का चक्कर लगाकर गाड़ियों से स्कूल पहुंचे। उनके साथ बच्चों को भेजा। जिनके पेरेंट्स नहीं आए, उन बच्चों को स्कूल स्टॉफ की कारों से काशीपुरा, नाथड़ी होकर पीपलू बस स्टैंड छोड़ा, जहां से उनके पेरेंट्स घर ले गए।
प्रिंसिपल ने बताया कि पीपलू बस स्टैंड से यह स्कूल करीब एक किमी दूर है। रोड पक्का है, लेकिन रास्ते में बरसाती नाला है, जिस पर छोटी पुलिया है। सुबह इस पर पानी नहीं होने से बच्चे यही से होकर स्कूल पहुंच गए। फिर लगातार बारिश होने से नाले पर करीब 5 फीट पानी बह रहा था। यह देखते हुए करीब 11 बजे बच्चों को दूसरे रास्ते से 13 किमी का चक्कर लगाकर कारों से घर भेजा गया। दोपहर 12 बजे तक सभी 150 बच्चों को सकुशल घर भेज दिया गया।