इस प्रकार करें राहु-केतु की पूजा, जीवन की सारी बाधाएं होंगी दूर
ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को क्रूर ग्रह माना जाता है क्योंकि ये ग्रह किसी भी व्यक्ति के जीवन में अचानक बदलाव ला सकते हैं। राहु और केतु का संबंध खासकर चंद्रमा और सूर्य की छाया से होता है। यदि कुंडली में राहु और केतु की स्थिति कमजोर होती है, तो यह जीवन में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। शनिवार के दिन राहु-केतु की पूजा और उपवास की विशेष मान्यता है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो जीवन में राहु और केतु के दोषों से प्रभावित होते हैं।
करें ये उपाय
- इन ग्रहों की विशेष पूजा और अनुष्ठान करें। इससे मानसिक तनाव, वित्तीय समस्याएं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छूटकारा मिलेगा।
- राहु के लिए लहसुन-माणी रत्न और केतु के लिए पुखराज रत्न पहनें।
- “ॐ राहवे नमः” और “ॐ केतवे नमः” मंत्र का नियमित रूप से जाप करें।
कवच का पाठ
- राहु और केतु के कवच का पाठ करने से इन ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा से बचा जा सकता है।
- शुक्रवार शाम या शनिवार सुबह जल्दी उठकर गंगाजल से स्नान करें।
पूजा सामग्री
- सफेद और नीला वस्त्र
- दीपक (घी का या तेल का)
- कपूर
- फूल
- प्रसाद
- गंगाजल
- शुद्ध कपड़ा
- लाल या काले रंग की थाली
ऐसे करें पूजा
- पूजा स्थल पर आसन बिछाकर बैठें।
- पूजा के लिए उत्तर या पूर्व दिशा का चयन करें।
- गंगाजल या पानी छिड़ककर पूजा स्थल को शुद्ध करें।
- पूजा की शुरूआत में दीपक जलाएं।
- इसके बाद राहु और केतु के कवच का पाठ करें।
- उनकी तस्वीर या प्रतिमा के सामने फूल अर्पित करें और दीपक जलाएं।
- फिर फल, मिठाई और अन्य प्रसाद अर्पित करें।