गोल्डन टॉवर: अवैध निर्माण तोड़ेगा नगर निगम बिल्डर के अन्य प्रोजेक्ट पर भी नजर, घटिया निर्माण पर जल्द होगा एक्शन
ग्वालियर के थाटीपुर स्थित इमारत गोल्डन टॉवर में 16 जुलई को एक पिलर ध्वस्त होने के बाद बिल्डिंग एक तरफ झुक गई थी। कई फ्लैट में दरार आ गई। खतरनाक स्थिति में सभी 27 फ्लैट आधी को आनन-फानन में खाली कराए गए। 17 दिन बीत चुके हैं, लेकिन न तो कोई जांच न ही कोई आश्वासन पीड़ित फ्लैट मालिकों को मिला है। बुधवार को नगर निगम में अफसरांे के बीच गोल्डन टॉवर को लेकर लंबी चर्चा हुई है। गोल्डन टॉवर में बने पेंट हाउस और बेसमेंट में बने अवैध निर्माण को नगर निगम ने तोड़ने का मन बना लिया है। फिलहाल नगर निगम बिल्डिंग सही होने का इंतजार कर रहा है। क्योंकि मल्टी के पेंट हाउस तोड़ने के लिए छत पर काफी काम होगा। ऐसे में बिल्डिंग का सही होना जरुरी है। इतना ही नहीं बिल्डर मोहन बांदिल और उनके साझेदारों के गोल्डन टॉवर में घटिया निर्माण पर भी जल्द एक्शन होने वाला है। इतना ही नहीं बिल्डर के शहर में अन्य प्रोजेक्ट की गुणवत्ता पर भी प्रशासन की नजर है।
सिर्फ आठ साल में 50 साल जैसी हालत कैसे हो गई
नगर निगम के असिस्टेंट सिटी प्लानर प्रदीप जादौन ने दो दिन पहले मल्टी में चल रहे मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने यह भी देखा है कि बिल्डर मोहन बांदिल ने ऐसा क्या निर्माण कराया है कि बिल्डिंग की आठ साल में ऐसी हालत हो गई है, जैसी किसी बिल्डिंग की 50 साल साल में नहीं होती। प्रारंभिक पड़ताल में बिल्डिंग में घटिया सामग्री लगाकर घटिया निर्माण की बात सामने आई है।
फ्लैट मालिक बोला-रहने आया तभी पता लगा घटिया निर्माण है
गोल्डन टॉवर में थर्ड फ्लोर पर रहने वाले संदीप सिंह का कहना है कि हम नौकरी वाले लोग हैं। जब यहां फ्लैट खरीदकर रहने आए तो सबसे पहले किचन टूटी मिली थी। तब ही अहसास हो गया था कि बिल्डर ने बहुत घटिया निर्माण कराया है। मैंने उपभोक्ता फोरम में मामले की शिकायत की थी। बिल्डर ने बिल्डिंग के बेसमेंट में अवैध निर्माण कराया हुआ है। अब हम इस जर्जर बिल्डिंग में नहीं रहेंगे। इससे हमारी जान को खतरा है।
निगम ने बिल्डर के प्रोजेक्ट पर गढ़ाई नजर
नगर निगम ने बिल्डर मोहन बांदिल के शहर में चल रहे अन्य प्रोजेक्ट पर नजर गढ़ा दी है। प्रशासन का मानना है कि गोल्डन टॉवर में जैसा निर्माण किया है वैसा निर्माण अन्य बिल्डिंग में तो नहीं किया जा रहा है, क्यों कि यह लोगों की जान से खिलवाड़ करने जैसा है। इसलिए पहले ही इसे रोका जाना चाहिए।
पिलर की मरम्मत कराओगे और फ्लैटों की दरार का क्या
16 जुलाई को एक पिलर ध्वस्त होने के बाद बिल्डर ने मरम्मत का काम शुरू करा दिया है, लेकिन हालत इतनी खराब है कि पांच दिन पहले दो नए पिलर में क्रेक आ गए थे। यह दो नए क्रेक बताते हैं कि बिल्डिंग लगातार जर्जर हो रही है। इस बात को नगर निगम के प्रभारी सिटी प्लानर प्रदीप जादौन भी मान चुके हैं। वह खुद नए दो पिलर में आई दरार के फोटो खींचकर ले गए थे। पीड़ित फ्लैट मालिकों का कहना है कि बिल्डर कितने पिलर सही कराएंगे। इसके बाद हमारे फ्लैट में जो दरार आई हैं उनका क्या। हमारा आशियाना तो हमेशा के लिए उजड़ ही गया है।
रिफंड से बचने सांठगांठ की तैयारी, बिल्डिंग गिरी तो जिम्मेदार कौन ?
बिल्डर इस मामले में पीड़ित फ्लैट मालिकों को रिफंड देने या नई बिल्डिंग बनाकर देने से बचना चाहता है। यही कारण है कि अब गोल्डन टॉवर को लेकर सांठगांठ शुरू हो गई है। बिल्डर और उसके साझेदार यह जाते हैं के बिल्डिंग की अच्छे से मरम्मत कराकर फिर उसे नगर निगम के अधिकारियों से मिलकर MITS की टेक्निकल टीम से सांठगांठ कर रहने योग्य का सार्टिफिकेट लेकर इस पूरे मामले को खत्म करे। लोगों का कहना है कि ऐसा हुआ और उसके बाद बिल्डिंग गिरी या किसी की मौत हुई तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।
ऐसे समझिए पूरा मामला
शहर के थाटीपुर स्थित नेहरू कॉलोनी में गोल्डन टॉवर के नाम से पांच मंजिला इमारत है। जिसमें 27 फ्लैट हैं और सभी फ्लैट में लोग रह भी रहे थे। शहर की प्राइम लोकेशन होने पर यहां के लोगों ने ऊंचे दाम पर फ्लैट खरीदे थे। 16 जुलाई की रात करीब 7 बजे गोल्डन टॉवर में उस समय हंगामा मच गया, जब मल्टी की पार्किंग में लोग पहुंचे तो उसका एक पिलर टूट चुका था। मल्टी एक तरफ को झुकने लगी थी। यह देखते ही वहां दहशत फेल गई। लोग फ्लैट से निकलकर सड़क की तरफ भागने लगे थे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तत्काल नगर निगम, रेस्क्यू दलों को सूचना दी। रात को नगर निगम कमिश्नर हर्ष सिंह स्पॉट पर पहुंच गए थे। पुलिस व रेस्क्यू दलों की मदद से तत्काल बचाव कार्य शुरू कर दिए। सबसे पहले सभी 27 फ्लैट खाली कराए गए। लोग जिस हालत में थे उसी हालत में उनको बाहर निकाला। इसके बाद जहां पिलर टूटा था वहां जैक लगाकर स्थिति को संभाला गया। पुलिस व रेस्क्यू दलों की टीमों ने तत्काल मल्टी के सभी 27 फ्लैट खाली करा लिए हैं। लोगों को साफ चेतावनी दी है कि यह मल्टी अभी सुरक्षित नहीं है, इसलिए यहां कोई नहीं रह सकता है। प्रशासन ने मल्टी गोल्डन टॉवर के बाहर चेतावनी बोर्ड लगा दिया है कि यह मल्टी रहने के लिए सुरक्षित नहीं है, इसलिए यहां अभी कोई भी नहीं रह सकता है।