नर्मदा उफान पर, 19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
प्रदेश में वर्षा का मजबूत सिस्टम फिर सक्रिय हो गया गुरुवार को राजधानी भोपाल समेत 20 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले चार दिन तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मंडला में नर्मदा नदी उफान पर है। रामनगर और छोटा पुल डूब गया है। मौसम विभाग ने भोपाल, सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग के 19 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
भोपाल में गुरुवार सुबह से ही बारिश का दौर शुरू हो गया था। इससे पुराने भोपाल में कुछ इलाकों में सड़कें पानी में डूब गईं। स्कूल से बच्चों को लेकर लौट रही स्कूल वैन नाले में फंस गई। हालांकि, जेसीबी की मदद से बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
इन जिलों में बिजली गिरने का अलर्ट
छतरपुर, खजुराहो, दमोह, सतना, चित्रकूट, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनुपपुर, अमरकंटक, डिंडोरी, कटनी, उमरिया, जबलपुर में बिजली के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं, पन्ना के साथ-साथ निवाड़ी ओरछा, टीकमगढ़, सागर, नरसिंहपुर, बालाघाट, मंडला, देवास, हरदा, खंडवा ओंकारेश्वर, बुरहानपुर, खरगोन महेश्वर, बड़वानी, धार और इंदौर में बिजली के साथ मध्यम बारिश की संभावना है। भोपाल बैरागढ़, विदिशा उदयगिरि, रायसेन भीमबेटका सांची, सीहोर, बैतूल, पांढुर्ना पेंच, छिंदवाड़ा, सिवनी, नर्मदापुरम पचमढ़ी, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी में बिजली के साथ हल्की आंधी रात्रि समय में राजगढ़, शाजापुर, आगर, उज्जैन महाकालेश्वर, अलीराजपुर, झाबुआ एवं रतलाम में तेज बारिश होने की संभावना व्यक्त की है।
मानसून टर्फ प्रदेश से थोड़ी ऊपर
मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अभी मानसून टर्फ प्रदेश से थोड़ी ऊपर है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन अरब सागर की ओर है। एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी है। अब इनकी स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिल सकती है। इसलिए अगले चार दिन प्रदेश में कहीं भारी तो कहीं हल्की बारिश का अनुमान है।
सीजन की 51 फीसदी बारिश हुई
मध्य प्रदेश मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में सीजन की 51 फीसदी 18.9 इंच बारिश हो चुकी है। जुलाई में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। अगस्त में भारी बारिश होने के आसार हैं।राजधानी भोपाल के करोंद इलाके के विनायक वैली की ओर एक निजी स्कूल के बच्चों को लेकर जा रही वैन करोंद क्षेत्र के एक कच्चे नाले में फंस गई। वैन को कोशिश करने के बाद भी नाले से बाहर नहीं निकल पाई तो यह देखकर आसपास के लोग तुरंत वैन के पास पहुंचे और बच्चों को सुरक्षित निकाला। दरअसल नाला कच्चा था और उसमें पानी का बहाव भी अधिक था। यह देखकर लोगों ने सबसे पहले बच्चों की जान बचाई। लोगों ने बच्चों को एक-एक करके बाहर निकला। इस घटना की स्थानीय लोगों ने कंट्रोल फायर रूम को सूचना दी। जिसके तुरंत बाद वैने को नाले से निकलने के लिए जेसीबी नगर निगम द्वारा पहुंचाई गई। जेसीबी ने नाले में वैन को बाहर निकाला। स्थानीय लोगों का आरोप हैं कि नाले की सफाई नहीं होने के कारण यह घटना हुई है। नाला कच्चा है नाले के आसपास अतिक्रमण है। इस नाले को पक्का बनवाने की रहवासी लंबे समय से मांग कर रहे हैं। हर साल बारिश में कोई न कोई इस नाले में धोखा खा कर फंस जाता है।