मध्यप्रदेश में थाने में दादी-पोते को डंडे से बुरी तरह पीटा, वीडियो पर मचा बवाल, देखें वीडियो
मध्य प्रदेश में कटनी जीआरपी थाने का एक वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा मच गया। बुधवार को वायरल हुए इस वीडियो में जीआरपी पुलिसकर्मी चोरी के शक में दलित महिला और उसके पोते की बुरी तरह पिटाई करते दिखाई दे रहे हैं। जिसके बाद कांग्रेस नेताओं ने भी इस मुद्दे को झट से लपक लिया और प्रदेश की मोहन यादव सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सरकार से पूछा कि आखिरी मध्य प्रदेश में हो क्या रहा है। यहां पर रक्षक ही भक्षक बनते जा रहे हैं और दलितों का जीवन सुरक्षित नहीं है। बुधवार रात तक पिटाई करने वाली महिला टीआई को हटा दिया गया था।
दरअसल जो वीडियो सामने आया है उसमें झर्रा टिकुरिया निवासी एक बुजुर्ग महिला और उसके पोते को जीआरपी की महिला TI और उनका स्टाफ थाने में बुरी तरह पीटता नजर आ रहा है। इस दौरान जब महिला थाना प्रभारी अरुणा वाहने थक जाती हैं तो फिर इसके बाद उनका स्टाफ दोनों को पीटना शुरू कर देता है। पिटाई की शुरुआत खुद महिला अधिकारी करती हैं, वीडियो में वह बुजुर्ग महिला की डंडे से पिटाई करते, उसके बाल खींचते और उसे जमीन पर पटकते हुए दिख रही हैं। वहीं जब वह महिला गिर जाती है तो वह अधिकारी उसके पोते के साथ भी ऐसा ही सलूक करते हुए उसे भी डंडे से बुरी तरह पीटती है और बाल पकड़कर उसे भी गिरा देती है।
इस पूरी घटना का पूरा वीडियो थाना प्रभारी के कमरे में लगे शासकीय कैमरे में कैद हो गया जो अब वायरल हो गया। इस वीडियो को लेकर एसपी रेलवे जबलपुर ने भी सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर वीडियो की पूरी सच्चाई बता दी और कहा कि यह वीडियो अक्तूबर 2023 का है और इसमें दिख रहा युवक 2017 से निगरानीशुदा बदमाश व शातिर अपराधी है। जिसके खिलाफ जीआरपी थाना कटनी में 19 अपराध दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल उस पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया और इस साल उसे कटनी से जिलाबदर करने के आदेश दिए गए हैं।
कांग्रेस ने पूछा- आखिरी मप्र में हो क्या रहा है?
दलित महिला व उसके नाबालिग पोते की पिटाई का यह वीडियो वायरल होते ही मध्य प्रदेश कांग्रेस ने उस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा, ‘मुख्यमंत्री मोहन यादव जी, क्या आप यह बताने का कष्ट करेंगे कि आखिर मप्र में हो क्या रहा है? आपकी पुलिस कानून व्यवस्था के नाम पर गुंडागर्दी कर जनता की जान लेने पर तूली है। कटनी जीआरपी थाना क्षेत्र अंतर्गत दलित परिवार के 15 साल के बच्चे और उसकी मां के साथ थाना प्रभारी और पुलिस स्टाफ की क्रूरता आत्मा को झंझोड़ कर रखने वाली घटना है! सवाल यह है कि इन लोगों में यह हिम्मत आई कहां से? क्या आपकी उदासीनता से? या आपने ऐसे कृत्य की छूट दे रखी है? शर्मनाक कृत्य!!’
कमलनाथ ने लिखा- रक्षक ही उनके भक्षक बन रहे
वहीं इसी वीडियो को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने शेयर करते हुए लिखा, ‘मध्य प्रदेश के कटनी में जीआरपी पुलिस द्वारा एक दलित बच्चे और महिला को बेरहमी से पीटने की घटना बताती है कि मध्य प्रदेश में दलितों का जीवन सुरक्षित नहीं है। रक्षक ही उनके भक्षक बनते जा रहे हैं। सीएम साहब! कब रुकेगा दलितों पर अत्याचार।’
पटवारी ने लिखा- भाजपा ने दलित उत्पीड़न को हथियार बनाया
पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘#कटनी जीआरपी ने झर्रा टिकुरिया के 15 साल के बालक दीपराज, उसकी दादी कुसुम वंशकार को बेरहमी से पीटा! कानून/संविधान से बड़े पुलिस के छोटे-बड़े नुमाइंदों ने यह हरकत फिर एक दलित परिवार के साथ की है! भाजपा ने दलित उत्पीड़न को सबसे बड़ा हथियार बना लिया है! भाजपा सरकार भी पिछड़े/आदिवासियों पर अत्याचार करने में कोई कसर बाकी नहीं रख रही है! राजनीतिक दुर्भावना का यह खेल बंद होना चाहिए!’
GRP जबलपुर ने किया पूरे मामले का खुलासा
वहीं इस मामले में स्थिति स्पष्ट करते हुए GRP जबलपुर के एसपी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बताया कि प्रकरण के संज्ञान में आने के उपरांत उक्त तथ्य सामने आए हैं कि ट्विटर पर दर्शित वीडियो अक्तूबर 2023 का होना पाया गया है। इस वीडियो में दर्शित व्यक्ति शातिर अपराधी दीपक वंशकार के परिजन हैं। दीपक वंशकार के विरुद्ध जीआरपी थाना कटनी में 19 अपराध दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि दीपक वंशकार 2017 से निगरानीशुदा बदमाश है। पिछले साल दीपक वंशकार के चोरी के अपराध में फरार होने के आधार पर उस पर 10,000 रुपए का इनाम घोषित किया गया था। अप्रैल 2024 में इसे कटनी से जिलाबदर करने के आदेश दिए गए हैं एवं इसकी गैंगहिस्ट्री शीट खोली गई है। ट्विटर (एक्स) के आधार पर तथ्य सामने आने पर थाना प्रभारी जीआरपी कटनी को अलग करते हुए जीआरपी उप पुलिस अधीक्षक रेल को जांच आदेशित की गई है।