Fri. Nov 22nd, 2024

बदमाश का टेरर ही बना पुलिस का क्लू:वारदात के समय गोली मारने का आदी है अरुण, पांच किलोमीटर के घेरे को नहीं तोड़ पाया

ग्वालियर में सोमवार रात सराफा कारोबारी को गोली मारकर 16 लाख रुपए के गहने लूट का खुलासा करने में पुलिस को ज्यादा समय नहीं लगा है। ग्वालियर में पहली बार ऐसा हुआ कि किसी घटना के आई IG, DIG, SP दस मिनट में स्पॉट पर पहुंच गए। त्योहार का सीजन लगभग शुरू हो चुका है। ऐसे में यह दहशत भरी लूट का खुलासा पुलिस जल्द नहीं करती तो व्यापारियों में आक्रोश बढ़ सकता था। बाइक सवार बदमाशों ने वारदात करने के साथ ही पुलिस को बड़ा क्लू दे दिया था।

आमतौर पर बदमाश विरोध करने पर ही गोली चलाते हैं, लेकिन कुछ बदमाश सिर्फ इसीलिए जाने जाते हैं। मुरैना अम्बाह निवासी बदमाश अरुण चौहान ने व्यापारी पर गोली चलाकर पुलिस के लिए बड़ा क्लू छोड़ दिया था। साल 2019 में इंदरगढ़ दतिया में इसी तरह लूट की थी। दूसरा क्लू खुले चेहरे से लूट करना था। इसके बाद पुलिस ने ऐसी घेराबंदी की कि तीनों बदमाश महाराजपुरा के पांच किलोमीटर के घेरे में ही फंसा दिया। नतीजा वो बाहर निकले और शॉर्ट एनकाउंटर में पकड़े गए।

बेखौफ अंदाज ने पकड़वा दिया, तीन गैंग में से एक थी बाहर वारदात के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि IG ग्वालियर रेंज अरविंद सक्सेना, DIG ग्वालियर रेंज अमित सांघी, SP ग्वालियर राकेश कुमार सगर सिर्फ 10 मिनट में ही स्पॉट पर पहुंच गए। तत्काल घटना का एनालिसिस शुरू हो गया। CCTV कैमरे के फुटेज में बदमाश व्यापारी चाहत सोनी के बिना विरोध करने के बाद भी उसे गोली मार देते है। खुले चेहरों से लूट का यह बेखौफ अंदाज ही उनके खिलाफ चला गया।

पुलिस ने तत्काल अपने ऑनलाइन रिकॉर्ड खंगाला तो पता लगा कि ऐसा बेखौफ अंदाज तीन गैंग करते हैं। तीनों ही मुरैना के बदमाशों की गैंग है। इनमें से दो गैंग अभी जेल में हैं। सिर्फ मुरैना निवासी अरुण चौहान ही बाहर है। अरुण का ग्वालियर के महाराजपुरा थाना में ही अच्छा खासा रिकॉर्ड है। यही कारण पुलिस ने तत्काल गैंग को चिन्हित कर घेराबंदी कर दी।

रात को जश्न, सोचा था सुबह निकल जाएंगे रात को जब पुलिस ने वारदात का एनालिसिस कर गैंग को चिन्हित कर लिया, तो पुलिस के पास तीनों बदमाशों की कुंडली थी। पुलिस को पता था कि अरुण चौहान के साथ इस समय प्रमोद तोमर निवासी पोरसा, राधास्वामी उर्फ छोटू जाटव निवासी पोरसा मुरैना है। तीनों पर महाराजपुरा में अपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने तीसरे आरोपी राधास्वामी जाटव के एक रिश्तेदार को डीडी नगर के पास से उठाया तो उससे पता लगा कि राधास्वामी अपने दो साथियों के साथ यहां आया था। इसके बाद पुलिस को पता लगा कि वह महाराजपुरा इलाके में ही है। रात को तीनों कहीं जश्न कर रहे हैं और सुबह शहर छोड़ेंगे। उनको पता था कि वारदात के बाद पुलिस नाकाबंदी कर चेकिंग करेगी

पांच किलोमीटर के घेरे में फंसे, सुबह निकलते ही पकड़े वैसे तो सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने रात 2 से 3 बजे के बीच ही तीनों बदमाशों को डीडी नगर इलाके से उठा लिया था, लेकिन यदि पुलिस की असली कहानी पर विश्वास करें तो सुबह 5 बजे बदमाश शहर को छोड़ने के लिए निकले थे। उन्होंने मुरैना का रूट न पकड़ते हुए भिंड के रूट पर जाने व मालनपुर होते हुए मुरैना में दाखिल होने की योजना बनाई थी।, जबकि वो जानते नहीं थे कि पुलिस के पास उनकी एक-एक लोकेशन थी। पुलिस सिर्फ इंतजार था उनके बाहर निकलने का। पुलिस की छह टीमें उनकी घेराबंदी के लिए लगाई गई थीं।

जैसे, बदमाश बाहर निकले तो पुलिस उनके पीछे लग गई। खेरिया मिर्धा गांव के सूनसान इलाके में वह पुलिस की घेराबंदी में फंस गए तो गोलियां चलाने लगे। पर उनके पास इतना असला नहीं था कि वह पुलिस की घेराबंदी तोड़ सकें। पुलिस से हुई मुठभेड़ में अरुण घायल होकर पकड़ा गया, जबकि उसके दो साथी वैसे ही पकड़ लिए गए।

– मुरैना के अम्बाह स्थित रूपहाटी गांव का 25 वर्षीय अरुण चौहान आठवीं पास है। कम उम्र में ही हथियारों का शौक और बदमाशों की संगत में आते ही वह चोरियां करने लगा। इसके बाद उसने हथियारों की तस्करी शुरू की और फिर धीरे-धीरे वह बड़े बदमाशों के साथ आ गया। पहला अपराध उसने साल 2015 में लूट का किया था। इसके बाद साल 2020 तक उस पर मारपीट, आर्म्स एक्ट, चोरी, लूट, डकैती, हत्या के प्रयास व हत्या के 11 मामले दर्ज किए गए। उस पर ग्वालियर जिले के महाराजपुरा में 03, मुरैना के अम्बाह, पोरसा व सबलगढ़ थाना में 05, दतिया के इंदरगढ़ मंे 02 व भिंड के मौ थाना में एक मामला दर्ज है। प्रमोद तोमर -मुरैना के पोरसा ऊदरपुरा गांव निवासी 25 वर्षीय प्रमोद पुत्र नरेन्द्र सिंह तोमर भी पेशेवर बदमाश है। बाइक दौड़ाने में माहिर है। यह आठवीं पास है। इस पर तीन अपराधिक मामले दर्ज हैं। तीनों मुरैना के पोरसा थाना में दर्ज किए गए हैं। पहला अपराध साल 2019 में किया था, जो मारपीट का था। इसके बाद हत्या का प्रयास और साल 2022 में मुरैना के पोरसा में गोलियों से भूनकर हत्या करने पर यह चर्चा में आया था। राधास्वामी उर्फ छोटू जाटव – मुरैना गैंग का तीसरा सदस्य मुरैना के पोरसा स्थित रामनगर का 26 वर्षीय राधास्वामी उर्फ छोटू पुत्र रामअवतार जाटव है। यह बिल्कुल भी नहीं पढ़ा है। बैग छीनने मंे माहिर है। यह अरुण की गैंग में पिछले दो से तीन सालों से है। छोटू पर पहला आपराधिक मामला साल 2017 में मारपीट का दर्ज हुआ था। उस पर कुल पांच मामले दर्ज हैं। जिनमें पोरसा में 03, अंबाह में 01 व राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ थाना में 01 मामला दर्ज है। राजगढ़ में सनसनीखेज तरीके से हत्या करने के बाद वह चर्चा में आया था।

ऐसे समझिए पूरा मामला ग्वालियर के महाराजपुरा थाना स्थित दीनदयाल नगर कुशवाह मार्केट में सराफा कारोबारी चाहत सोनी पुत्र पुष्पेन्द्र सोनी की श्रीरामाराजा ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। सोमवार रात को लगभग 9.15 बजे चाहत चोरी 200 ग्राम सोना व एक लाख रुपए कैश अपने बैग में रखकर घर के लिए निकल रहा था। जब वह दुकान पर ताला लगा रहा था तो उसके पिता पुष्पेन्द्र सड़क के दूसरी तरफ पहुंच गए, जिससे टर्न कर वह आसानी से वहीं से गाड़ी पर बैठ जाएंगे।

दुकान पर ताला लगाकर पुष्पेन्द्र गाड़ी उठा ही रहा था कि तभी अपाचे बाइक पर सवार होकर आए तीन बदमाशों ने गोली मारकर बैग छीन लिया, जिसमें 16 लाख रुपए का माल था। वारदात के बाद पुलिस हरकत में आई और स्पॉट पर पहुंचकर CCTV कैमरे खंगाले तो बदमाशों की पहचान हो गई। पुलिस ने मंगलवार सुबह शॉर्ट एनकाउंटर कर तीनों बदमाश अरुण चौहान, प्रमोद तोमर व छोटू जाटव काे पकड़ा है। गिरोह का सरगना पैर में गोली लगने से घायल हुआ है।

पुलिस का कहना इस मामले में एसपी ग्वालियर राकेश कुमार सगर का कहना है कि सराफा कारोबारी को गोली मारकर लूट करने वाले तीनों आरोपी पकड़ लिए हैं। बदमाशों ने पकड़ में आने से पहले पुलिस पर फायरिंग की थी। आमने-सामने हुई गोली बारी में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है। बदमाशों को पकड़ने वाली टीम को घोषित इनाम दिया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *