कौन बनेगा BJP का राष्ट्रीय अध्यक्ष चर्चा में 3 नाम, रेस में वसुंधरा राजे सबसे आगे; मोदी-शाह के दांव पर रहेगी नज़र
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया गया था। जेपी नड्डा का कार्यकाल पूरा होने से पहले एक बार फिर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इस पद के लिए तीन नेताओं के नाम रेस में चल रहे हैं, लेकिन सबसे आगे राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकीं वसुंधरा राजे का नाम चल रहा है। इस पद के लिए वसुंधरा राजे के नाम की चर्चा इतनी ज्यादा होने लगी है कि उनके चाहने वाले सोशल मीडिया पर उनको अग्रिम बधाई देने लगे हैं।
इस पद के लिए वसुंधरा राजे के अलावा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके शिवराज सिंह चौहान और संजय जोशी का नाम भी दौड़ में है। कुछ राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आरएसएस इन नामों में वसुंधरा राजे के नाम को प्राथिमकता दे रहा है। अगर यह बात सच है तो वसुंधरा का बीजेपी अध्यक्ष बनना आसान हो जाएगा। लेकिन चौंकाने वाले फैसले लेने वाली पार्टी किसे राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दे इसके बारे में अभी दावे के साथ कुछ कहा नहीं जा सकता। पीएम मोदी और अमित शाह का नया दांव क्या होगा यह नाम का ऐलान होने के बाद ही पता चल पाएगा।
वसुंधरा राजे का नाम सबसे आगे क्यों?
बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए वसुंधरा राजे का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसके पीछे की वजह वसुंधरा की आरएसएस में मजबूत पकड़ बताई जा रही है। सूत्रों का यहां तक कहना है कि वसुंधरा राजे का नाम RSS ने ही आगे किया है। हालांकि उनके नाम पर अमित शाह समेत पार्टी के कई सीनियर नेता सहमत नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी और संजय जोशी के बीच 36 का आंकड़ा रहा है। इनके बीच रिश्तों में खटास कितनी है, इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि वर्ष 2012 में यूपी के विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी सिर्फ इसलिए प्रचार करने नहीं गए थे, क्योंकि वहां के संयोजक संजय जोशी थे। ऐसे में वसुंधरा ही फ्रंट रनर दिख रही हैं। इसके बाद एक नाम और बचता है, जो मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का है, उनकी साफ सुधरी छवि और आरएसएस से करीबी है। अमित शाह और पीएम मोदी से भी उनके रिश्ते ठीक हैं। अब देखना यह है कि किसके नाम पर मुहर लगती है।
वसुंधरा की लोकप्रियता आज भी है बरकरार
वसुंधरा राजे फिलहाल पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, लेकिन बीते विधानसभा चुनाव में राजे ने खुद को चुनाव की मुख्य धारा अलगसे थोड़ा अलग कर लिया था। राजे राजस्थान के अलावा देश में भी बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं। राजे की लोकप्रियता आज भी बरकरार है। वे पार्टी क्राउड पुलर लीडर हैं। बहरहाल राजे को लेकर सोशल मीडिया में छिड़ी बहस चर्चा का विषय बनी हुई हैं।