उत्तराखंड सरकार की मेहरबानी, इस विभाग के कर्मचारियों को मिलेगी मनचाही तैनाती; बस पूरी करनी होगी एक शर्त
उत्तराखंड में 55 वर्ष से अधिक आयु की नर्सिंग अधिकारियों के लिए अच्छी खबर है। स्वास्थ्य विभाग उन्हें मूल विभाग में वापसी पर मनचाही तैनाती देगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में यह घोषणा की। अभी दून श्रीनगर और अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग की 200 से अधिक नर्सिंग अधिकारी तैनात हैं।
राजकीय मेडिकल कालेजों में कार्यरत स्वास्थ्य विभाग की 55 वर्ष से अधिक आयु की नर्सिंग अधिकारियों के लिए राहतभरी खबर है। मूल विभाग में वापसी पर उनसे विकल्प मांगा जाएगा। स्वास्थ्य विभाग उन्हें अनुरोध के आधार पर मनचाही तैनाती देगा।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत गुरुवार को दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में आयोजित कार्यक्रम में यह घोषणा की। डा. रावत ने दून मेडिकल कालेज अस्पताल में इमरजेंसी ओटी, दस बेड के मेडिसिन आइसीयू व रेडियोलाजी विभाग के अंतर्गत पीपीपी मोड पर संचालित नई मशीनों का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि 55 वर्ष से अधिक आयु की नर्सिंग अधिकारियों को उनके मन मुताबिक तैनाती दी जाएगी।
मेडिकल कालेजों में 1,455 नर्सिंग अधिकारियों की चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में
फिलहाल दून, श्रीनगर व अल्मोड़ा मेडिकल कालेज में स्वास्थ्य विभाग की 200 से अधिक नर्सिंग अधिकारी तैनात हैं। मेडिकल कालेजों में 1,455 नर्सिंग अधिकारियों की चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की नर्सिंग अधिकारियों को उनके मूल विभाग में वापस भेजा जाना है।
चिकित्सकों से विमर्श के दौरान मंत्री ने कहा कि दून मेडिकल कालेज की मांग के अनुरूप यहां 319 नर्सिंग अधिकारियों को तैनाती दी जाएगी। जिससे स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूती मिलेगी। इसके अलावा 100 नर्सिंग अधिकारी हरिद्वार मेडिकल कालेज में भी भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुदढ़ करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।चिकित्सकों से विमर्श के दौरान मंत्री ने कहा कि दून मेडिकल कालेज की मांग के अनुरूप यहां 319 नर्सिंग अधिकारियों को तैनाती दी जाएगी। जिससे स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूती मिलेगी। इसके अलावा 100 नर्सिंग अधिकारी हरिद्वार मेडिकल कालेज में भी भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुदढ़ करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
हरिद्वार मेडिकल कालेज को इस सत्र से 100 सीट की मान्यता मिली है। अब सरकार का वर्ष 2025 में रुद्रपुर मेडिकल कालेज व 2026 में पिथौरागढ़ मेडिकल कालेज शुरू करने का लक्ष्य है। इससे डाक्टर बनने के इच्छुक छात्रों को ज्यादा विकल्प मिलेंगे। इस दौरान चिकित्सा शिक्षा निदेशक डा. आशुतोष सयाना, दून मेडिकल कालेज की प्राचार्य डा. गीता जैन, चिकित्सा अधीक्षक डा. अनुराग अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।