असेंबली ऑफ जर्नलिस्ट का पहला प्रांतीय अधिवेशन हुआ, पत्रकार सुरक्षा कानून के पक्ष में आये सबनानी और आशीष
भोपाल ग्वालियर। असेंबली ऑफ जर्नलिस्ट के पहले प्रांतीय अधिवेशन में पत्रकार सुरक्षा कानून का मुददा गरमाया रहा। पत्रकारों ने जहां खुलकर पत्रकार सुरक्षा कानून को समय की आवश्यकता बताया। वहीं अधिवेशन में आये प्रदेश भाजपा संगठन के महामंत्री एवं विधायक भगवानदास सबनानी और भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल भी पत्रकार सुरक्षा कानून के पक्ष में खड़े नजर आये।
भोपाल के सिंधु भवन में असेंबली ऑफ जर्नलिस्ट का पहला प्रांतीय अधिवेशन शनिवार को संपन्न हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा संगठन के महामंत्री एवं विधायक भगवानदास सबनानी, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा और भाजपा प्रवक्ता बृजगोपाल लोया विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में विधायक भगवानदास सबनानी ने कहा कि आज के इस खासकर इंटरनेट और सोशल मीडिया की बढ़ती सक्रियता से दौर में पत्रकारों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। पत्रकार आदमी की सोच, विचारों और मानसिकता को बदलने का दम रखता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेटेलाइट चैनल या राष्ट्रीय अखबार का अपना महत्व है लेकिन देश की अधिकांश जनता जो गांव, तहसील, जिलों, कस्बों में बसती है और वहां का आदमी तो सिर्फ लोकल चैनल और लोकल समाचार पत्रों की रिपोर्टिंग को ही प्रमाणिकता से देखता – सुनता है। विधायक भगवानदास सबनानी ने कहा कि प्रिंट मीडिया की प्रमाणिकता आज भी सर्वोपरि है, आदमी कितना भी न्यूज चैनल देख ले, डिजिटल चैनल देख ले, लेकिन समाचार की पुष्टि तो तभी होती है जब वो समाचार पत्र में खबर को विस्तार पूर्वक पढ़ लेता है।
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा ने कहा कि पत्रकार सरकार और आमजन के बीच का सेतु है। जिस तरह नारद मुनी आम लोगों की समस्याओं को देवताओं के सामने रखते और आम नागरिकों के हितों के लिए सेतु का काम करते थे उन्हें हल करने में मदद करते थे, उसी तरह पत्रकारों को समाज हित में सकारात्मक पत्रकारिता करना चाहिए। वहीं सरकार और पत्रकारों के बीच का सेतु बने भाजपा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल की मौजूदगी में प्रांतीय अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने वरिष्ठ पत्रकारों को मिलने वाली राशि को 20 हजार से 30 हजार करने की मांग रखी और जनसंपर्क विभाग द्वारा पत्रकार अधिमान्य कार्ड बनाने की वर्तमान प्रक्रिया में अखबार मालिक की नियुक्ति पत्र और अनुभव प्रमाण पत्र की अनिवार्यता को समाप्त करने की सिफारिश करते हुए अखबार की कटिंग के माध्यम से अधिमान्यता देने का आग्रह किया। साथ ही पत्रकारों पर बढ़ रहे हमलों और झूठी एफआईआर करने संबंधी चिंताओं को सामने रखा और सरकार से निवेदन किया है पत्रकार की शिकायत करने वाले की जांच करनी चाहिए। इसके जबाब में भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने प्रांतीय प्रदेश अध्यक्ष और समस्त पत्रकारों को आश्वस्त किया कि वो असेंबली ऑफ एमपी जर्नलिस्ट द्वारा उठाई गयी सभी मांगों को मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के समक्ष रखेंगे और उचित कार्यवाही करेंगे।
इस अवसर पर असेंबली ऑफ एमपी जर्नलिस्टस के प्रदेश अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने पूरे प्रदेश से आये पत्रकारों का अभिनंदन किया एवं चुनिंदा पत्रकारों को जिन्होंने कार्यक्रम में आर्थिक सहयोग दिया उन्हें भामाशाह सम्मान और जिन्होंने कार्यक्रम में आगे बढ़कर कार्य किया उन्हें कर्मशील सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में विनय अग्रवाल, प्रवाल सक्सेना, संदीप पाठक, सरस्वती चंद्र, रमेश जोशी भोपाल, वैंकटेश शारदा, माखन विजयवर्गीय राजगढ़, संतोष साहू, ललित शारदा, राकेश सक्सेना, प्रमोद मेहता देवास, रेणु नत्थानी, जगदीश जोशी रायसेन, धनंजय जोशी छिंदवाड़ा सहित कई जिलाध्यक्ष शामिल हैं। कार्यक्रम का संचालन संयोजन समिति के संयोजक और वरिष्ठ पत्रकार प्रवाल सक्सेना ने किया। कार्यक्रम में प्रांतीय मिडिया प्रभारी माखन विजयवर्गीय ने कहा कि नए नाम के साथ ही प्रांतीय कार्यकारिणी भंग कर दी थी। ऐसे में नई कार्यकारिणी के लिए प्रांतीय अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा को नई कार्यकारिणी बनाने का प्रस्ताव रखा जिसे विनय अग्रवाल, प्रवाल सक्सेना सहित मौजूद अतिथियों ने ताली बजाकर अनुमोदित किया। अनुमोदन के पश्चात श्री शारदा ने नई कार्यकारिणी में 11-11 की संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्य रखने की बात रखी और कहा कि संगठन में पदाधिकारियों को तन मन धन और समय देना आवश्यक है, पिछली प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में कार्यालय संचालन के लिए कुछ नियम बनाए थे उनका पालन करना होगा।