औद्योगिक क्षेत्र की अपार संभावनाओं की भूमि है शहडोल: मुख्यमंत्री, 26 हजार करोड़ के पूंजी निवेश के लिए हुए पंजीयन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शहडोल औद्योगिक क्षेत्र की अपार संभावनाओं की भूमि है और उन्होंने ऐसा भी संकेत दिया है कि मप्र में जितने भी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हुए है उनमें शहडोल आरआईसी मप्र की विश्वसनीयता की आधारशिला बनेगा। समझा जाता है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सहयोग और साझेदारी के साथ क्षेत्रीय उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये आज से यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी शहडोल में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होने जा रहा है। जिसकी तैयारी में महिला आईएएस अधिकारी एवं सचिव एमएसएमई विभाग प्रियंका दास, एमपीआईडीसी के प्रबंध निदेशक चंद्रमौली शुक्ला, उद्योग आयुक्त एवं मप्र एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक दिलीप कुमार तथा कलेक्टर केदारसिंह ने कमाल कर दिया है। सूत्रों के अनुसार कल शहडोल में आज होने वाले आरआईसी में प्रियंका दास ने सैकड़ों एमएसएमई इंटरप्रेन्योर के बीच में मप्र सरकार का पे्रजेंटेशन भी दे दिया है और यह सुनिश्चित किया है कि, बड़े-छोटे सभी उद्योगों को मिलाकर आदिवासी अंचलों में 26 हजार करोड़ का पूंजी निवेश आ सकता है। इधर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि 28 औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन करेंगे। इन इकाइयों में 570 करोड़ रूपये का निवेश और 2600 रोजगार का सृजन होगा। कलेक्टर केदार सिंह की मानें तो यह लिखने में संकोच नहीं है कि, कॉन्क्लेव में टोरेंट पॉवर द्वारा 1600 मेगावाट थर्मल प्लांट के लिए 18 हजार करोड़ रूपये का निवेश संभावित है। चंद्रमौली शुक्ला के अनुसार कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री देश के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा करेंगे। साथ ही निवेशकों के साथ 3 सेक्टोरल सत्र भी होंगे। कॉन्क्लेव के शुभारंभ सत्र में मुख्य सचिव अनुराग जैन मप्र के उद्योग दृष्टिकोण पर प्रकाश डालेंगे और उद्योग विभाग की एक साल की उपलब्धियों पर फिल्म का प्रदर्शन होगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव नीरज मंडलोई थर्मल ऊर्जा के क्षेत्र में, प्रमुख सचिव, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन और एमएसएमई राघवेन्द्र कुमार सिंह प्रदेश में निवेश के अवसरों, अपर मुख्य सचिव नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मनु श्रीवास्तव नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के अवसरों, अपर मुख्य सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संजय दुबे आईटी, आईटीईएस और ईएसडीएम में अवसरों, प्रमुख सचिव खनिज संसाधन उमाकांत उमराव खनन एवं खनिज क्षेत्र में अवसरों और प्रमुख सचिव पर्यटन शिव शेखर शुक्ला पर्यटन क्षेत्र में अवसरों का प्रस्तुतिकरण देंगे। इस विशेष रिपोर्ट का लब्बोलुआब यह है कि, मप्र में आदिवासी अंचल शहडोल जिले में आरआईसी की सफलता शिखर पर पहुंच चुकी है क्योंकि, एक दिन पहले राष्ट्रीय हिन्दी मेल के एक प्रतिनिधि को उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने जब यह बताया कि उज्जैन के बाद शहडोल का आरआईसी मप्र की विश्वसनीयता के लिए आधारशिला का सबसे बड़ा आयोजन बन जाए तो आश्चर्यजनक कुछ भी नहीं होगा। लेकिन बकौल जिला कलेक्टर केदार सिंह शहडोल के आरआईसी में भी यदि 26 हजार करोड़ से अधिक के पूंजी निवेश तथा 5 हजार से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो जाएं तो चौंकिएगा मत।