दो ही टैंकरों में लगे हैं जीपीएस, आठ की नहीं हो सकती ट्रेकिंग
हल्द्वानी। टैंकर संचालन में हो रही गड़बड़ी पर नजर रखने के लिए जल संस्थान के पास मात्र दो ही टैंकरों में जीपीएस लगा है, जबकि आठ टैंकरों की निगरानी मैनुअली फोन के माध्यम से होती है। दूसरे टैंकरों के उपभोक्ताओं तक पहुंचने के दौरान देरी होने पर विभाग की ओर से फोन कॉल के माध्यम से ही ट्रेकिंग की जाती है। ऐसे में कई बार उपभोक्ताओं के पास समय पर टैंकर नहीं पहुंच पाते हैं। शहर में जिन क्षेत्रों में पानी नहीं पहुंच पाता और अंतिम छोर के इलाके हैं वहां पानी पहुंचाने के लिए विभाग की ओर से टैंकरों की व्यवस्था की गई है। विभाग के पास वर्तमान में 10 टैंकर हैं। इनमें आठ पुराने हैं जबकि दो नए हैं। दो नये टैंकरों में ही जीपीएस की सुविधा है। कई बार ऐसा होता है कि विभाग की ओर से दूरदराज के क्षेत्रों में भेजे गए टैंकर समय पर नहीं पहुंच पाते तो ऐसे में विभाग की ओर से लोकेशन ट्रेस कर टैंकरों के पहुंचने का समय बताने की सुविधा मात्र दो ही टैंकरों में है। विभाग के अनुसार यह दोनों ही टैंकर तीन माह पहले देहरादून से आए हैं, जिनमें लोकेशन ट्रेक करने की सुविधा है। सहायक अभियंता रविंद्र कुमार ने बताया कि टैंकर कई साल पुराने हैं इसलिए उनमें यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।