हाईस्पीड कारिडोर से आगरा-ग्वालियर अब विकास की नई गाथा लिखेंगेः सिंधिया
ग्वालियर। ग्वालियर और आगरा के बीच अब नये विकास की कहानी 6 लेन नेशनल हाईस्पीड कारिडोर से शुरू होगी। इसके लिये इस कारिडोर से अब अगारा ग्वालियर की दूरी मात्र 88 किलोमीटर रह जायेगी। सितंबर में इसके टेंडर के साथ ही कार्य की शुरूआत हो जायेगी। आगरा ग्वालियर कारिडोर के आसपास नये उद्योग क्षेत्रों के साथ ही विकास का नया अध्याय शुरू होगा।
शनिवार को ग्वालियर में पत्रकारों से चर्चा करते हुये केन्द्रीय संचार व नार्थ ईस्ट मामलों के मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि 6 लेन कारिडोर के रूप में बनाया जा रहा है। इसे आगरा के पहले यमुना एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जायेगा, ताकि ग्वालियर और दिल्ली मात्र पौने तीन घंटे में पहुंचा जा सकें। जिससे ग्वालियर को राष्ट्रीय राजधानी परियोजना क्षेत्र का लाभ मिल सकेगा। सिंधिया ने कहा कि नेशनल हाईस्पीड कारिडोर मेरा सपना था। कार से आगरा जाने में 3 घंटे का समय लग रहा था और पुराने नेशनल हाईवे पर वाहनों व भारी वाहनों का सर्वाधिक भार था। सिंधिया ने बताया कि इस कारिडोर का 4613 करोड रूपये की लागत आयेगी। 88 किलोमीटर लंबे इस 6 लेन कारिडोर में 8 ब्रिज और 6 फ्लाईओवर बनाये जायेंगे। हमारा लक्ष्य है कि इस ढाई वर्ष में ही पूरा कर यातायात शुरू कर दें। ग्रीनफील्ड कॉरिडोर बनने पर ग्वालियर, मुरैना, धौलपुर और आगरा के अंदरुनी क्षेत्रों में विकास के नए रास्ते खुलेंगे। रायरू-झांसी बायपास से शनिदेव मंदिर रोड और उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को इस कॉरिडोर का बड़ा फायदा मिलेगा। जहां पिपरसेवा इंड्रस्टीज एरिया शुरू हुआ है जिनमें लगने वाले उद्योगों को आगरा रूट की बेहतर कनेक्टिविटी नजदीक से मिलेगी। हाउसिंग और कमर्शियल के साथ इंडस्ट्रीज प्रोजेक्ट इस क्षेत्र की तरफ बढ़ेंगे। 6 लेन हाइवे की प्लानिंग के साथ ही इस क्षेत्र में जमीनों की मांग और भाव दोनों ही लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं मुरैना का काफी बड़ा हिस्सा सीधे तौर पर आगरा रूट से जुड़ जाएगा। अभी लोगों को कई किमी का सफर कर आगरा-दिल्ली रूट पकड़ना होता है।
सिंधिया ने बताया की जब 4 साल से मेरा सपना था कि हम ग्वालियर को एक एक्सप्रेसवे देना चाहिए। मैंने नितिन गडकरी जी को इसके लिए अनुरोध किया और उन्होंने असंभव को संभव करते हुए उन्होंने ग्वालियरवासियो को यह सौगात दी है। यह 6 लेन आगरा में एनएच19 से जुड़ेगा, ग्वालियर में पोरबंदर – ग्वालियर – सिल्चर ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर (एनएच 27) से जुड़ेगा और मुख्य पर्यटन स्थल जैसे ग्वालियर किला, आगरा किला और ताजमहल (आगरा) से आवाजाही बढ़ेगी। मंत्री सिंधिया ने शहर में चल रही विकास परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए बताया कि भाजपा सरकार ने रू 500 करोड़ का ग्वालियर हवाईअड्डा बनाया है, रू 500 करोड़ का रेलवे स्टेशन तैयार हो रहा है, रूपये 1600 करोड़ की लागत से एलिवेटेड रोड का निर्माण हो रहा है। इसी के साथ हम मोरार नदी को स्वच्छ बना रहे है, चंबल से पानी लाने की योजना पर भी काम शुरू हो गया है। कुल करीब रूपये 10 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं से हम ग्वालियर को एकबार फिर सशक्त बनाएंगे और इसके साथ ही 11 हजार करोड़ का अटल एक्सप्रेस वे बन रहा। यानी 21 हजार करोड़ जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कहते है यही समय है, सही समय है तो ग्वालियर अब दिल्ली का एक सब्स्टियूट शहर के रूप में बनने को तैयार हो रहा है। पत्रकारवार्ता में मप्र सरकार के मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, प्रघुम्न सिंह तोमर, विधायक मोहन सिंह राठौर, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष अभय चौधरी, कौशल शर्मा, सुधीर गुप्ता, सुरेन्द्र शर्मा, श्याम सिंह चौहान, रामसुंदर सिंह रामू भी मौजूद थे।