पीएमएफएमई योजना का लाभ लेकर आत्मनिर्भर बने कप्तान सिंह ऑयल मिल संचालित कर अन्य बेरोजगारों को दे रहे रोजगार
केन्द्र एवं राज्य शासन की स्वरोजगार मूलक योजनाओं का लाभ लेकर युवक-युवतियां अपनी इच्छानुसार उद्यमों को स्थापित कर आत्मनिर्भर हो रहे हैं। जिससे उन्हें समाज में अलग पहचान मिल रही है। योजना के लाभ से युवा उद्यमी स्वयं बेहतर जीवन जीने के साथ ही अन्य जरूरतमंदों बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं।
ऐसा ही उदाहरण भिण्ड जिले के ग्राम शाहपुरा के युवा उद्यमी कप्तान सिंह का भी है जिन्होंने प्रधानमंत्री सूक्ष्मखाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना का लाभ लेकर स्वयं का “विरासा” नाम से ऑयल मिल प्रारंभ किया है। पूर्व में किसानी का कार्य कर रहे कप्तान सिंह के स्वयं के व्यापार करने के सपने को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना ने पूरा किया है। आज वह अपने इस यूनिट से ऑयल का उत्पादन कर रहे हैं।
युवा उद्यमी कप्तान सिंह बताते हैं कि उन्होंने उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक गम्भीर सिंह तोमर के माध्यम से प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना का लाभ लेकर वर्ष 2024 में 37 लाख रूपये की लागत से स्वयं का ऑयल मिल प्रारंभ किया है। योजना के माध्यम से उन्हें सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया अकोड़ा से 37 लाख रूपये का ऋण स्वीकृत हुआ है। वहीं योजना के प्रावधानुसार 35 प्रतिशत की कुल 10 लाख रूपये की अनुदान राशि भी प्राप्त हुई है। वह बताते हैं कि उन्होंने कुल 06 अन्य कर्मचारियों को भी कार्य में रखा है। आज कप्तान सिंह इस यूनिट के संचालन से लगभग 4 से 5 लाख रूपये सालाना शुद्ध आय प्राप्त कर रहे हैं। कप्तान सिंह ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना जैसी कल्याणकारी योजना को क्रियान्वित करने के लिए शासन का धन्यवाद ज्ञापित किया है।