भिंड कलेक्टर ने 27 अधिकारियों को भेजा नोटिस, काम के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप
भिंड। जिला कलेक्टर ने अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने पर 27अधिकारियों को नोटिस थमा दिया। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कर्तव्यों के प्रति रूचि नहीं लिए जाने, निर्देश के पालन में उदासीनता/लापरवाही बरतने पर 27अधिकारियों को नोटिस जारी किया। कलेक्टर ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन विभाग की प्रगति संतोषजनक नहीं होने पर नोटिस दिया गया।
इन्हें मिला नोटिस
इन अधिकारियों में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) अटेर अंकुर रवि गुप्ता, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) भिण्ड अखिलेश शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) मेहगांव नवनीत शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) गोहद पराग जैन, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) लहार विजय यादव, जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी मनोज वार्ष्णेय, प्रभारी उप संचालक कृषि विकास विभाग भिण्ड रामसुजान शर्मा, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी संजय जैन, जिला श्रम पदाधिकारी श्रम विभाग भिण्ड, प्रभारी सहायक संचालक पिछड़ावर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग भिण्ड राजीव मिश्रा, जिला खनिज अधिकारी दिनेश डुडवे, उप वनमण्डल अधिकारी वन विभाग भिंड
बहादुर सिंह गौंड, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग भिण्ड पुष्कल प्रताप, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत रौन दिनेश शाक्य, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत गोहद आरिफ खान, प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मेहगांव नवनीत शर्मा (डिप्टी कलेक्टर), मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत भिण्ड राजीव मिश्रा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अटेर राजधर पटेल,
डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी परियोजना अधिकारी जिला शहरी एवं विकास अभिकरण (डूडा) अंकुर रवि गुप्ता, मुख्य नगर पालिका अधिकारी भिण्ड यशवंत वर्मा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी मिहोना रमाशंकर शर्मा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी मालनपुर यशवंत राठौर, मुख्य नगर पालिका अधिकारी रौन संतोष सिहारे, मुख्य नगर पालिका अधिकारी गोहद प्रीतम मांझी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी गोरमी प्रदीप ताम्रकार, मुख्य नगर पालिका अधिकारी मेहगांव मनोज कुमार शर्मा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी फूप प्रदीप ताम्रकार को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
कलेक्टर ने तीन दिन के अंदर मांगा जवाब
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने नोटिस जारी कर कहा है कि म.प्र. शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल “सी.एम. हेल्पलाईन” पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का समय-सीमा में संतुष्टीपूर्ण निराकरण करना होता है। इस बावत कलेक्टर द्वारा निरंतर विभिन्न माध्यमों से बैठकें बुलाकर प्रगति लाए जाने हेतु समीक्षा एवं निगरानी की जाती है। इसके बाद भी इस माह बनने वाली ग्रेडिंग (01 दिसम्बर 2024 से 31 दिसम्बर 2024 की अवधि में प्राप्त शिकायतें) में आपके विभाग की प्रगति न्यूनतम है।
समीक्षा बैठक दिनांक 13 जनवरी 2025 के दौरान समुचित संतोषजनक प्रति उत्तर भी नहीं दिया जा सका है। जबकि, प्रगति की जानकारी/सूचना लगातार जिले के व्हाउटसप ग्रुप पर दी जाती रही। इससे प्रतीत हो रहा है कि आपके स्तर से संबंधित विभागीय अधिकारी/कर्मचारियों से कोई समन्वय नहीं रखा जा रहा है। आपके स्तर से उक्त की समीक्षा एवं निगरानी भी नहीं की जाना प्रदर्शित होती है। अगर कोई जवाब नहीं मिलता तो उचित कार्रवाई की जाएगी।